लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर, लखनऊ विश्वविद्यालय ने ओरिएंटेशन-सप्ताह (16-20 अक्टूबर) का आयोजन किया और शैक्षणिक सत्र 2023 में अर्थशास्त्र, प्राचीन भारतीय इतिहास और पुरातत्व, भूगोल, भौतिक शिक्षा, उर्दू, संस्कृत, दर्शनशास्त्र आदि परास्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले बड़ी संख्या में छात्रों ने उत्साहपूर्वक तीसरे दिन ओरिएंटेशन कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत डीन स्टूडेंटस वेलफेयर द्वारा कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को पुष्प गुच्छ भेंट कर एवं स्वागत भाषण के साथ हुई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति ने सभी परास्नातक छात्रों को विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने हेतु बधाई दी। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा संचालित विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों एवं योजनओं की जानकारी साझा करते हुए उनका ज्ञानवर्द्धन एवं मार्गदशन किया।
कुलपति ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में नवप्रवेशी परास्नातक विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में प्रवेश हेतु बधाई दिया तथा उन्हें प्रवेश संबंधी उद्देश्यो के प्रति सदैव जागरूक व सचेत रहने तथा अपने माता-पिता, परिवार और विश्वविद्यालय के प्रति कृतज्ञ और समर्पित रहने की सलाह दिया। उन्होंने विद्यार्थियो को परिणाम की अपेक्षा ज्ञान की प्रक्रिया को समझने हेतु प्रेरित किया। विद्यार्थी विश्वविद्यालय के किसी भी प्रकोष्ठ से 24×7 संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
कला संकाय के डीन प्रो. अरविंद अवस्थी ने छात्रों को विश्वविद्यालय का हिस्सा बनने पर बधाई दी, जो न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर एक अलग श्रेणी साबित हुई है। इसके अलावा, उन्होंने उनके आगामी शैक्षणिक सत्रों के लिए शुभकामनाएं दीं। चीफ प्रॉक्टर प्रो. राकेश दिवेदी ने नवागंतुकों को विश्वविद्यालय के विभिन्न नियमों और विनियमों से अवगत कराया और उन्हें ईमानदारी और नैतिकता सहित विश्वविद्यालय के मूल मूल्यों का पालन करने के लिए कहा। छात्रों को संबोधित करते हुए डीन अकादमिक प्रोफेसर गीतांजलि मिश्रा ने विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास को बताया और छात्रों से अपने मातृ संस्थान के स्वस्थ शैक्षणिक विकास में योगदान देने का आह्वान किया।
हैप्पी थिंकिंग लेबोरेटरी की निदेशक प्रोफेसर मैत्रेयी प्रियदर्शनी ने छात्रों के मानसिक कल्याण को प्रोत्साहित किया और लैब के उद्देश्य के बारे में बात की, जो शांति, प्रेम और सार्वभौमिक सद्भाव की दुनिया बनाने के लिए खुशी की स्वदेशी धारणा को समझने के लिए युवाओं के विचारों को सशक्त बनाना है। इसके अलावा, प्रो. अशोक कुमार कैथल अतिरिक्त डीएसडब्ल्यू ने डीन छात्र कल्याण के तहत टीआरईई, ओपीडी और छात्रवृत्ति आदि जैसी विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
प्रोफेसर अनूप कुमार सिंह (चीफ प्रोवोस्ट), प्रोफेसर रूपेश कुमार (निदेशक एलयूएए), डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. ज्योति मिश्रा, डॉ. वैशाली सक्सेना (निदेशक परामर्श और मार्गदर्शन सेल), प्रोफेसर रश्मि कुमार (निदेशक आईसीसी), संयोजक डॉ. रोली मिश्रा जेन सेन ने छात्रों को एक छात्र के रूप में उनसे अपेक्षाओं पर संबोधित किया। समितियों और प्रकोष्ठों के प्रतिनिधियों ने छात्रों को दृष्टिकोण के बारे में समझाया और जानकारी दी और उनके द्वारा किए गए कुछ कार्यों का उदाहरण दिया। पूरे कार्यक्रम का संचालन डीएसडब्ल्यू की टीम ने किया।