लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान का शुभारंभ किया। वहीं लखनऊ उत्तर क्षेत्र के विधायक डा. नीरज बोरा ने नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अलीगंज में फीता काटकर अभियान का आगाज किया। इसके साथ ही विधायक ने अभियान में लगे एंटीलार्वा छिड़काव, फॉगिंग और प्रचार-प्रसार वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर विधायक ने कहाकि मुख्यमंत्री की हमेशा से संचारी रोगों पर नियंत्रण पाना प्राथमिकता रही है। उन्हीं के प्रयासों का ही परिणाम है कि संचारी रोगों में कमी आई है। किसी न किसी कारणों से बीमारियाँ उत्पन्न होती हैं लेकिन सफल रणनीति बनाकर इनपर काबू पाया जा सकता है।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने कहा कि यह साल का तीसरा संचारी रोग नियंत्रण अभियान है। तीन से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा, इसके साथ ही 16 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलेगा। हर अभियान की भांति यह अभियान भी 12 अन्य विभागों के सहयोग से संचालित किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग नोडल अभियान की भूमिका में है। सभी विभागों के सहयोग से ही यह अभियान सफल हो पाएगा। उन्होंने कहाकि सभी विभाग उनके द्वारा की जाने वाली गतिविधियों को माइक्रोप्लान के अनुसार संपादित करें।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के क्रम में लगा स्वास्थ्य शिविर
वहीं अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। जिसके माध्यम से शिविर में आने वाले बुजुर्गों की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें वृद्धजनों के लिए चल रही स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके अलावा सीएचसी प्रांगण में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम का स्टाल भी लगाया गया। जिसके माध्यम से स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी और सेवाएं दी गईं। इस अवसर पर विधायक ने गर्भवती और प्रसूताओं को फल वितरित किए।
इस मौके पर राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. गोपी लाल, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. निशांत निर्वाण, जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, बीएमसी अलीगंज के चिकित्साधीक्षक डा. सोमनाथ, पार्षद स्वदेश कुमार, जिला मलेरिया इकाई के सदस्य, सीएचसी का स्टाफ, आशा कार्यकर्ता, यूनिसेफ़, स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
इस क्रम में सभी शहरी एवं ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत हुई। इसके साथ ही जागरूकता रैली निकाली गई।