लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। सीतापुर रोड स्थित बोरा इंस्टीट्यूट ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज (नर्सिंग कॉलेज) में भौतिक चिकित्सा विभाग (फिजियोथेरेपी) के छात्र-छात्राओं द्वारा शुक्रवार को विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता, एवं रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद डा. सर्वेश शुक्ला ने बताया कि बिना दवा लिए या ऑपरेट किए मानसिक तनाव, घुटने और पीठ दर्द जैसी कई समस्या से बचने के लिए फिजियोथेरेपी एक कारगार तरीका है। साथ ही कलाई, कंधे, घुटनों या कोहनी के दर्द के साथ-साथ गर्दन के दर्द को भी फिजियोथेरेपी से दूर किया जा सकता है। ऐसे में शरीर के अलग-अलग हिस्सों में थेरेपी दी जाती है। ये हड्डियों के दर्द में काफी कारगर है। कालेज की प्राचार्या डॉ. शीला तिवारी ने आम जन मानस के लिए फिजियोथेरेपी की महत्ता और जीवन में इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला।