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AKTU :  राइजिंग डे के रूप में मनाया गया सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज का 6वां स्थापना दिवस

संस्थान के छह साल की यात्रा पर डाला गया प्रकाश, वार्षिक पत्रिका का हुआ विमोचन  

लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज का 6वां स्थापना दिवस समारोह शुक्रवार को राइजिंग डे के रूप में मनाया गया। इस दौरान संस्थान के छह सालों की विकास यात्रा पर चर्चा की गयी। इन छह सालों में हुए शोध, इनोवेशन, पेटेंट सहित अन्य उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया। इस मौके पर कुलपति प्रो. जेपी पाण्डेय ने संस्थान के स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहाकि यह संस्थान इंजीनियरिंग के उभरते नये क्षेत्रों में छात्रों को न केवल दक्ष बना रहा है बल्कि नई तकनीक, नवाचार, उद्यमिता, शोध के जरिये अपनी अलग पहचान स्थापित कर रहा है। संस्थान ने पिछले पांच सालों में कई मील के पत्थर स्थापित किये। लेकिन सबसे जरूरी है यहां होने वाले शोध का समाज के उत्थान में योगदान का। हमें शोध, नवाचार और रिसर्च पेपर के जरिये समाज के अंतिम पायदान तक पहुंचकर समस्याओं का निदान करना होगा। उन्होंने कहाकि कैश के पास इंफ्रास्टक्चर की कोई कमी नहीं है। विश्वस्तरीय लैब हैं, जिसका उपयोग कर हम बहुत कुछ समाज को दे सकते हैं। कोरोनाकाल में संस्थान में हुए प्रयोग और शोध की सराहना की।

इस मौके पर प्रति कुलपति प्रो. मनीष गौड़ ने संस्थान की स्थापना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि जब इस संस्थान को बनाने का विचार बना तब इसके पाठ्यक्रम को तय करने के लिए देश भर के कई बड़े संस्थानों का दौरा किया गया। काफी मंथन के बाद नई तकनीकी पढ़ाने पर सहमति बनी। शुरूआत में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। एक क्लासरूम से शुरू हुआ यह संस्थान आज अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। लेकिन हमें यहीं नहीं रूकना है। आने वाली पीढ़ियों के लिए ऐसा संस्थान छोडकर जाना है जो हम पर गर्व कर सकें। संस्थान के निदेशक प्रो. विरेंद्र पाठक ने सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज के छह सालों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस दौरान अब तक की उपलब्धियों शोध, नवाचार, पेटेंट आदि के बारे में बताया। उन्होंने कहाकि यह संस्थान अपने उदे्श्यों को पूरा करते हुए आगे बढ़ रहा है। संस्थान में जहां नई तकनीक की बारिकियों से छात्रों को दक्ष बनाया जा रहा है तो वहीं, समय-समय पर कार्यशाला, प्रशिक्षण का आयोजन भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संस्थान कम्प्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, मेकाट्रॉनिक्स, नैनो प्रौद्योगिकी, विनिर्माण प्रौद्योगिकी एवं स्वचलन आदि में एमटेक और पीएचडी कराता है। स्वागत करते हुए डॉ. अनुज कुमार शर्मा ने कहा कि इन छह सालों में संस्थान ने हर क्षेत्र में नई उंचाइयों को छुआ है। इस मौके पर संस्थान की वार्षिक पत्रिका अग्रगमन का विमोचन किया गया। यह पत्रिका संस्थान के एक साल की गतिविधियों, उपलब्धियों को समेटे है। इसके बाद संस्थान पर आधारित एक वीडियो फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। इसके पहले कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन और कुलगीत से हुई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मंजरी शुक्ला ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. गोपाल ने दिया। इस मौके पर डॉ. एवी उल्लास, डॉ. सौरभ मिश्रा, डॉ. रबेश, डॉ. जागृति सिंह, डॉ. चंद्रेश रस्तोगी, डॉ. ज्ञानप्रकाश मौर्य, गौरव राय, दिव्यांशु चौहान, अनुराग चौबे सहित छात्र-छात्राएं और अन्य लोग मौजूद रहे।