- टाटा एआईए लाइफ की रिपोर्ट के अनुसार 25% ने लिया टर्म इन्शुरन्स
- टाटा एआईए लाइफ इन्शुरन्स स्टडी में दिखा, उत्तरी क्षेत्र के कमाने वाले युवाओं की सुरक्षा और जल्द से जल्द वित्तीय योजना करने के प्रति मज़बूत जागरूकता
नई दिल्ली (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। टाटा एआईए लाइफ इन्शुरन्स और नीलसनआईक्यू द्वारा किए गए एक व्यापक शोध अध्ययन के अनुसार, उत्तर भारत में 21 से 29 वर्ष की आयु के बीच के कामकाजी जेन ज़ी वित्तीय सुरक्षा में नए मानक स्थापित कर रहे हैं। उनमें से 25% ने पहले से ही टर्म इन्शुरन्स पॉलिसी ली हुई है, जो देश भर में सबसे अधिक एडॉप्शन रेट में से एक है।
‘न्यू एज हैबिट्स, ट्रेडिशनल वैल्यूज: जेन ज़ीज़ अप्रोच टू फायनेंशियल प्लानिंग’ शीर्षक वाले इस अध्ययन में 21-29 वर्ष की आयु (1997-2012 के बीच पैदा हुए) के कामकाजी जेन ज़ी व्यक्तियों का सर्वेक्षण किया गया। इस पीढ़ी में अन्य क्षेत्रों के उनके ही उम्र के लोगों की तुलना में उल्लेखनीय वित्तीय जागरूकता और सक्रियता दिखाई दी है।
मुख्य निष्कर्ष: उत्तर भारत की जनरेशन ज़ी ने सुरक्षा के लिए शुरूआत से ही योजना और दीर्घकालिक सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
टर्म इन्शुरन्स सबसे आगे:
उत्तरी क्षेत्र में जनरेशन ज़ी में से 25% रेस्पोंडेंट के पास पहले से ही टर्म इन्शुरन्स पॉलिसी है – यह एडॉप्शन रेट काफी अच्छा है
करियर के शुरूआत में ही सुरक्षा आवश्यकताओं के बारे में स्पष्ट जागरूकता इसमें दिखाई देती है
रणनीतिक वित्तीय योजना:
63% ने इमरजेंसी फंड बनाने को अपना प्राथमिक अल्पकालिक उद्देश्य बताया।
50% ने जीवन बीमा के ज़रिए पर्याप्त सेवानिवृत्ति बचत को अपना मुख्य दीर्घकालिक लक्ष्य बताया।
58% ने वित्तीय स्वतंत्रता और उम्र हो जाने से पहले सेवानिवृत्ति का लक्ष्य रखा, जो दक्षिण भारत में 47% से अधिक है।
निवेश और खर्च के पैटर्न:
49% जीवन बीमा कवरेज के लिए हर महीने 2,000 रुपये से ज़्यादा रकम देने के लिए तैयार हैं।
55% ने सोने में निवेश किया है, जो पारंपरिक मूल्य-संरक्षण परिसंपत्तियों की ओर झुकाव दर्शाता है।
61% ने सावधि और आवर्ती जमा जैसे पारंपरिक बचत साधनों का दृढ़ता से समर्थन किया।
बीमा चयन: निर्णय को प्रभावित करने वाले प्रमुख चालक
जीवन बीमा चुनते समय उत्तर भारत के जेन ज़ी इन्हें प्राथमिकता देते हैं:
मूल्य अनुकूलन (66% व्यापक कवरेज के साथ किफायती प्रीमियम चाहते हैं)
कर दक्षता (61% आकर्षक कर-बचत लाभों को महत्व देते हैं)
डिजिटल-प्रथम वित्तीय जानकारी
इस डिजिटल युग में, उत्तर भारत के जेन ज़ी अलग-अलग जानकारी पाने के लिए प्रयास करते हैं।
22% वित्तीय मार्गदर्शन और जानकारी के लिए Instagram और YouTube जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर निर्भर करते हैं
टाटा एआईए लाइफ इन्शुरन्स के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर गिरीश कालरा ने बताया, “उत्तर भारत से मिले निष्कर्षों से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि यहां की जनरेशन ज़ी वित्तीय रूप से जागरूक है और निवेश करने में सक्रिय है। वे कम उम्र से ही योजना बनाते हैं, सेवानिवृत्ति के विकल्प तलाशते हैं और पारदर्शिता चाहते हैं। टाटा एआईए में, हम उन्हें सरलीकृत, तकनीक-आधारित बीमा उत्पाद देकर सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो उनकी आकांक्षाओं और दीर्घकालिक वित्तीय कल्याण का समर्थन करते हैं।”
उत्तर भारत की जनरेशन ज़ी टर्म इन्शुरन्स, संतुलित निवेश पोर्टफोलियो और स्पष्ट दीर्घकालिक वित्तीय उद्देश्यों के साथ सुरक्षा योजना की नयी परिभाषा रच रही है। वित्तीय सुरक्षा के प्रति उनका सोफिस्टिकेटेड दृष्टिकोण बीमाकर्ताओं के लिए ऐसे अनुकूलित समाधान विकसित करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है, जो उनकी तात्कालिक आवश्यकताओं और भविष्य की आकांक्षाओं, दोनों को पूरा करते हैं।