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AWOKE India : “वित्तीय समावेशन और साक्षरता: 2047 तक एक विकसित राष्ट्र की ओर” पर हुई चर्चा

  • एवोक इंडिया ने आयोजित किया अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय साक्षरता सम्मेलन (#IFLC2024)
  • सम्मेलन में शामिल हुए 30 वक्ता, 5 पैनल और 500 प्रतिभागी

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। एवोक इंडिया ने शनिवार को “अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय साक्षरता सम्मेलन (#IFLC2024)” का 7वां संस्करण आयोजित किया। सम्मेलन का विषय “वित्तीय समावेशन और साक्षरता: 2047 तक एक विकसित राष्ट्र की ओर” था।

सम्मेलन का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया। इसमें कई प्रमुख वक्ताओं ने भाग लिया, जिनमें एस एस मुंद्रा (पूर्व उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक), शशि कुमार (कार्यकारी निदेशक, SEBI), कमला कांतराज (प्रमुख विनियामक अधिकारी, BSE इंडिया), देवेश माथुर, (मुख्य परिचालन अधिकारी, HSBC बांगलादेश), अरुण रस्ते (MD और CEO, NCDEX), सीए दीपा शेषाद्री (SVP, अपोलो अस्पताल, चेन्नई) और पंकज कुमार (CGM, NABARD) शामिल थे।

उद्घाटन सत्र सहित 4 तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया, जो किसानों, महिलाओं, युवाओं, MSME और स्टार्टअप्स के वित्तीय सशक्तिकरण पर केंद्रित थे। वित्तीय समावेशन और साक्षरता नेतृत्व (FiLL) अवार्ड्स 2024 तीन श्रेणियों में प्रदान किए गए।

A) व्यक्तिगत: विजेता – मिस विधि मिगलानी; हरियाणा

B) 1st रनर अप – गणेश कालासकर; पुणे

C) 2nd रनर अप – डॉ. सुप्रिया अग्रवाल, लखनऊ

A) संस्था: विजेता – आदित्य बिड़ला सनलाइफ एएमसी लिमिटेड, मुंबई;

B) रनर अप – भदेसरमाऊ प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, लखनऊ

A) नवाचार: शिवांशु द्विवेदी, बेंगलुरु

इन पुरस्कारों का चयन पूरे भारत से प्राप्त नामांकनों के आधार पर एक प्रतिष्ठित जूरी ने किया।

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि वित्तीय क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है और वे धन कमा सकती हैं। उनका कहना था कि यदि वित्तीय संपत्ति हमारे घरों में महिलाओं के पास रहे, तो कोई वित्तीय असुविधा नहीं हो सकती। भारत के लोगों में वित्तीय प्रबंधन की क्षमता है और अपनी बौद्धिक क्षमता के कारण ही भारत का झंडा ऊँचा है। उन्होंने यह भी कहा कि नौजवानों को पढ़ाई के साथ-साथ काम भी करते रहना चाहिए। उत्तर प्रदेश अपनी नीतियों में परिवर्तन करने के लिए तैयार है और प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत’ अभियान को पूरा करेगा।

एस एस मुंद्रा (पूर्व डिप्टी गवर्नर, आरबीआई) ने अपने उद्बोधन में प्रधानमत्री की योजनाओं के माध्यम से जनमानस को जागरूक करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने एवोक इंडिया द्वारा वित्तीय साक्षरता और समावेशन के क्षेत्र में किये जा रहे सार्थक प्रयासों की सराहना की।

वित्तीय विशेषज्ञों और वक्ताओं में से एक, कमला कांतराज ने कहाकि एवोक इंडिया द्वारा किये जा रहे वित्तीय क्षेत्र में प्रयासों को बढ़ावा देने किए लिए BSE (Bombay Stock Exchange) अपना सहयोग देने के लिए तैयार है।

स्वामी मैथिलीशरण जी महाराज ने एक विशेष संबोधन में सभी को समृद्धि की आवश्यकता पर जोर दिया। रामचरितमानस से उद्धरण देते हुए यह कहा कि यह समृद्धि शांति और खुशी का आधार है।

एवोक इंडिया के संस्थापक और अध्यक्ष प्रविण कुमार द्विवेदी ने 2047 तक 4 ट्रिलियन से 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और $2500 से $18000 प्रति व्यक्ति आय (8 गुना) के लक्ष्य के लिए समाज के सभी वर्गों में वित्तीय समझ बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने यह भी कहा कि जल्दी और गलत वित्तीय निर्णय से संपत्ति तेजी से खत्म हो सकती है।

इस सम्मेलन में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई जैसे कई प्रमुख वक्ताओं और अतिथियों ने भाग लिया। जिनमें प्रकाश कुमार (GM NABARD), अभिषेक तिवारी (कार्यक्रम निदेशक KPMG), ज्योत्सना कौर हबीबुल्लाह (सीईओ लखनऊ फार्मर्स मार्केट), डॉ. दीपक कुमार सिंह (एसोसिएट प्रोफेसर, IIIT लखनऊ), हसन याकूब (चेयरमैन ई-कॉमर्स काउंसिल यूपी), फार्मान इमाम (AGM SIDBI), कमला सुलुगोडु (सीईओ स्वामी विवेकानंद युथ मूवमेंट), डॉ. रोहित कुशवाहा (निदेशक, एमिटी बिजनेस स्कूल), क्रिस्टोफर तुरिलो (सह-संस्थापक, मेधा फाउंडेशन), गौरव प्रकाश (राज्य अध्यक्ष CIMSME यूपी), सीएस त्रुप्ति कापाडिया (मुंबई), सनत भारद्वाज (कॉर्पोरेट ट्रेनर, बेंगलुरु), वी.पी. साहि (पूर्व निदेशक, एमिटी बिजनेस स्कूल) शामिल हैं।

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यह वार्षिक सम्मेलन उत्तर प्रदेश राज्य के विभिन्न हिस्सों से 500 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा उपस्थित किया गया। जिनमें अकादमिक, बैंकर्स, सरकारी अधिकारी, छात्र और वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षक शामिल थे।

एवोक इंडिया समूह, जो 2012 में स्थापित हुआ था, वित्तीय साक्षरता, वित्तीय समावेशन, और निवेशक जागरूकता के क्षेत्र में लगातार काम कर रहा है। AWOKE इंडिया फाउंडेशन उत्तर प्रदेश का एकमात्र SEBI मान्यता प्राप्त निवेशक संघ और पूरे भारत में एकमात्र RBI पंजीकृत संगठन है जो जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। एवोक इंडिया, RBI के वित्तीय साक्षरता केंद्र (CFL) प्रोजेक्ट को उत्तर प्रदेश के 24 जिलों के 220 ब्लॉकों और बिहार के 12 जिलों के 110 ब्लॉकों में लागू कर रहा है।

एवोक इंडिया ने पिछले एक दशक में पूरे भारत के 28 राज्यों और 250 जिलों में 1 लाख से अधिक सत्रों के माध्यम से 25 लाख से अधिक प्रतिभागियों को कवर किया है।

एवोक इंडिया के सलाहकार बोर्ड सदस्य और IIM-L (रिटायर्ड) के प्रोफेसर विपुल ने सभी प्रमुख पैनलिस्ट का आभार व्यक्त किया।