- यूरोकिड्स ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोध से प्रेरित ‘ह्यूरेका’ पाठ्यक्रम के अनावरण के साथ लखनऊ में रखा विस्तार का महत्वाकांक्षी लक्ष्य
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भारत की अग्रणी प्रीस्कूल विशेषज्ञ संस्था, यूरोकिड्स ने अपने पाठ्यक्रम के 8वें संस्करण, ‘ह्यूरेका’, विज़िबल थिंकिंग करिकुलम के लॉन्च की घोषणा की है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट ज़ीरो से प्रेरित और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के व्यापक विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप, ह्यूरेका को बच्चों के आलोचनात्मक और रचनात्मक सोच (क्रिटिकल एवं क्रिएटिव थिंकिंग) से जुड़े कौशल को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। यूरोकिड्स की महत्वाकांक्षी विकास रणनीति के अंग के रूप में, इस प्रीस्कूल नेटवर्क ने लखनऊ और उत्तर प्रदेश में विस्तार करने की अपनी योजना की भी घोषणा की। यूरोकिड्स ने अगले 5 साल में राज्य में 200 नए केंद्र खोलने की योजना बनाई है, और उत्तर प्रदेश में इनकी संख्या 300 तक करने का लक्ष्य रखा है, जिससे राज्य में प्रारंभिक शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। प्रारंभिक शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी यूरोकिड्स, उच्च गुणवत्ता वाली प्रारंभिक शिक्षा की आवश्यकता को समझता है, इसलिए यह अपने पाठ्यक्रम को अपडेट करता रहता है।
ह्यूरेका पाठ्यक्रम एक उल्लेखनीय बदलाव को रेखांकित करता है। पहले बच्चों को “क्या” सोचना है, यह सिखाया जाता था, जबकि ह्यूरेका के तहत उन्हें “कैसे” सोचना है जैसे कौशल से लैस किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम में 20 व्यवस्थित हार्वर्ड-प्रेरित थिंकिंग रूटीन है, जो जिज्ञासा जगाते हैं, कल्पना शक्ति को बढ़ावा देते हैं और नन्हे बच्चों में आलोचनात्मक सोच विकसित करते हैं। साथ ही ये रूटीन यह भी सुनिश्चित करते हैं कि बच्चे केवल जानकारी न ग्रहण करें बल्कि सक्रिय रूप से उससे जुड़ें भी ताकि गहरी समझ और रचनात्मकता को बढ़ावा मिले। ह्यूरेका 18 महीनों की कड़ी मेहनत, पायलट परीक्षण और परिशोधन का परिणाम है। यह एपिक्स विचार पर आधारित है, जो विकास के पांच मुख्य क्षेत्रों को केंद्र में रखता है। जिन्हें अक्सर शिक्षा प्रणालियों में अनदेखा कर दिया जाता है और वे हैं – भावनात्मक, शारीरिक, बौद्धिक, रचनात्मक और आध्यात्मिक पक्ष। पाठ्यक्रम के मुख्य स्तंभ हैं इसके 13 अलग-अलग कार्यक्रम (कोडक्वेस्ट, यूरोकनेक्ट, यूरोफिट, यूरोआर्ट, एलिवेट आदि), जो हर बच्चे की सीखने-समझने की यात्रा के में मदद कर सकते हैं ताकि उन्हें न केवल अकादमिक सफलता के लिए बल्कि आजीवन व्यक्तिगत विकास के लिए भी तैयार किया जा सके।
लाइटहाउस लर्निंग के प्री-के डिवीज़न (यूरोकिड्स) के मुख्य कार्यकारी, केवीएस शेषसाई ने इस पाठ्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा करते हुए कहा, “यूरोकिड्स में, हम दो साल की उम्र से ही जिज्ञासा और आलोचनात्मक सोच को पोषित कर आजीवन सीखते रहने की बुनियाद रखने में विश्वास करते हैं। पाठ्यक्रम विकास प्रमुख, डॉ. अनीता मदान ने ह्यूरेका को बच्चों की शुरुआती दौर में देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में सबसेनवोन्मेषी पाठ्यक्रम के रूप में तैयार किया है। शिक्षा के प्रति हमारा समग्र दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करता है कि बच्चे न केवल स्कूल के लिए बल्कि जीवन के लिए तैयार हों, और उन्हें लगातार विकसित हो रही दुनिया में आगे बढ़ने के कौशल से लैस किया जाए। हम यह देखने के लिए उत्साहित हैं कि यह पाठ्यक्रम भविष्य के विचारकों, नवप्रवर्तकों और नेतृत्व को कैसे आकार देगा। इस नए पाठ्यक्रम के साथ, हम लखनऊ और पूरे उत्तर प्रदेश में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।”
यूरोकिड्स की पाठ्यक्रम विकास प्रमुख, डॉ. अनीता मदान ने पाठ्यक्रम के शुभारंभ के बारे में कहा, “ह्यूरेका प्रारंभिक शिक्षा के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण है। एपिक्स ढांचे के साथ, हम केवल बौद्धिक विकास (आईक्यू) पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहे हैं, बल्कि समग्र विकास को बढ़ावा दे रहे हैं। जिसमें भावनात्मक, शारीरिक, रचनात्मक और आध्यात्मिक विकास शामिल हैं। हम बच्चों को न केवल सवाल का जवाब देने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं, बल्कि पहले से मौजूद उत्तर पर सवाल भी उठाने के लिए भी प्रेरित करना चाहते हैं। यह बदलाव जिज्ञासा, आलोचनात्मक विश्लेषण और अपने आसपास की दुनिया के साथ गहरा संबंध बनाने में भी मदद करता है। ह्यूरेका अकादमिक तैयारी से कहीं ज़्यादा एक ऐसी मानसिकता को बढ़ावा देने से जुड़ा है, ताकि बच्चों को आपस में जुड़ने, समस्याओं को हल करने और दुनिया के साथ सार्थक तरीके से संबंध बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।”
एनईपी 2020 जो पंचकोश या मानव अस्तित्व के ‘पांच आवरणों’ की प्राचीन भारतीय अवधारणा से प्रेरित समग्र विकास पर ज़ोर दिया गया है और ह्यूरेका में इन सिद्धांतों को इसके शैक्षिक दृष्टिकोण में जोड़ा गया है। यूरोकिड्स पाठ्यक्रम में मदद करने के लिए अपने होमबडी ऐप को बेहतर बना रहा है, ताकि स्क्रीन के संतुलित इस्तेमाल के साथ संज्ञानात्मक विकास में मदद करने के लिए के लिए समृद्ध संवादपरक सामग्री प्रदान की जा सके।
यूरोकिड्स ने 23 साल से अधिक के अनुभव और 400 शहरों में 1,600 से अधिक प्रीस्कूलों के नेटवर्क के साथ, आज तक 7,00,000 से अधिक छात्रों को शिक्षित किया है। इस तरह बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करने में सबसे आगे है। यह पाठ्यक्रम जिज्ञासु और सर्वांगीण शिक्षार्थियों को आकार देने के प्रति यूरोकिड्स की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, जो प्रारंभिक दौर की शिक्षा में इसकी अग्रणी स्थिति की पुष्टि करता है।