विहिप व बजरंग दल की शौर्य जागरण यात्रा अवध प्रांत के कोने-कोने का भ्रमण कर रायबरेली से होकर पहुंची लखनऊ
गोरख, काशी, अवध एवं कानपुर प्रान्तों की विहिप व बजरंग दल की शौर्य जागरण यात्रा का काशी में होगा भव्य समागम
आशियाना के एक पार्क व चौक के कुड़िया घाट में हुई शौर्य जागरण सभा
विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र बोले, हिंदू समाज को राष्ट्र विरोधी ताकतों से सचेत रहने की आवश्यकता
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। विश्व हिन्दू परिषद अवध प्रान्त कटरा कुटी धाम अयोध्या से 30 सितम्बर से प्रारंभ होकर बजरंग दल की शौर्य जागरण यात्रा अवध प्रांत के सभी जिलों का भ्रमण करते हुए रायबरेली होकर लक्ष्मण नगरी पहुंची। जहां शौर्य जागरण यात्रा का जगह-जगह समाज के सभी वर्गों के लोगों ने पुष्प वर्षा व पूजा अर्चना कर स्वागत किया। गोरख, अवध, काशी एवं कानपुर प्रांतों की शौर्य जागरण यात्रा का 10 अक्टूबर को काशी में भव्य समागम होगा। शौर्य जागरण यात्रा के परिपेक्ष में विहिप के लखनऊ विभाग के दक्षिण व पूरब जिले की आशियाना के एक पार्क एवं उत्तर व पश्चिम जिले की शौर्य जागरण सभा कुड़िया घाट चौक में आयोजित की गई। शौर्य जागरण सभा के मंच पर विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र, प्रांत संगठन मंत्री राजेश, प्रांत मंत्री देवेंद्र मिश्र, प्रांत अध्यक्ष कन्हैयालाल नगीना, संत समाज के पूज्य संत प्रीतम दास, रामानुजाचार्य, महंत ब्रजेंदानन्द जी आसीन थे। कार्यक्रम का शुभारंभ राम दरबार के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। कुड़िया घाट के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लखनऊ उत्तर के विधायक डा. नीरज बोरा मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिंदु बोरा ने किया।
विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र ने अपने वक्तव्य में कहाकि आज देश के समक्ष पुनः महाभारत काल जैसी ही परिस्थितियां चुनौती दे रही है। हिंदू समाज और देश को तोड़ने का कुत्सित षडयंत्र रचा जा रहा है। राष्ट्र विरोधी धर्म विरोधी शक्तियों द्वारा संगठित होकर भारत को निरंतर आतंकवाद, अलगाववाद, जातिवाद, लव जिहाद, लैंड जेहाद, गौ हत्या, ड्रग माफिया, जनसंख्या असंतुलन जैसे अनेक प्रकार से हिंदू समाज पर आक्रमण कर हिंदू समाज और देश को तोड़ने का कुत्सित षड्यंत्र रचा जा रहा है। भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को देश-धर्म की रक्षा के लिए युद्ध करने की प्रेरणा देने के लिए ही गीता सुनाई थी। सन 1992 में गीता जयंती के दिन ही पूज्य संतो के आव्हान पर संगठित हिन्दू समाज के शौर्य ने भारत माता के माथे पर बाबरी ढांचे नाम के कलंक को ध्वस्त किया था। उसके बाद से ही बजरंग दल के नेतृत्व में हिंदू समाज उस दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाता आया है। अब अयोध्या में प्रभु श्री रामलला का भव्य-दिव्य मंदिर बनकर तैयार हो ही गया है, सम्पूर्ण हिंदू समाज प्राण-प्रतिष्ठा की आतुरता से प्रतीक्षा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विहिप की युवा इकाई “बजरंग दल अपनी स्थापना के समय से ही इन देश विरोधी घातक शक्तियों से संघर्षरत है। अनेक कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया है। अनेक कार्यकर्ता शत्रुओं से संघर्ष करते हुए घायल हुए है। कुछ राजनैतिक दलों की तुष्टिकरण की नीतियों का भी शिकार बजरंग दल के कार्यकर्ता हुए है। फिर भी इन राष्ट्रविरोधी शक्तियों से कानून के दायरे में रहकर कार्यकर्ता संघर्षरत है। शौर्य जागरण यात्रा का उद्देश्य हिंदू युवाओं में अपने पूर्वजों के प्रति गौरव का भाव जाग्रत हो। अमर बलिदानियों क्रांतिकारियों के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेकर देश के लिए जीवन जीने हेतु हिन्दू युवा संकल्पित हों। हिंदू धर्म और संस्कृति के प्रति श्रद्धा जाग्रत हो, उसके वैज्ञानिक महत्व को हम सभी जानें समझें। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष ओमप्रकाश महिला प्रांत उपाध्यक्ष इशा मित्तल सह प्रांत सेवा प्रमुख धर्मेंद्र सिंह प्रांत गौरक्षा संयोजक राजेश विहिप के सह प्रांत प्रचार प्रमुख नृपेंद्र विक्रम सिंह, विभाग मंत्री योगेश बजरंग दल विभाग संयोजक मुनेंद्र सिंह, विभाग सहसंयोजक विजय बजरंगी मौजूद रहे।