लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के इनोवेशन हब की ओर से इनोवेशन और इन्क्युबेशन केंद्रों को सशक्त बनाने के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का रविवार को समापन हो गया। प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज ने इस कार्यशाला की परिकल्पना ने की थी जबकि अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने किया। इसमें 50 ऐसे लोग जो इन्क्युबेशन केंद्रों के प्रबंधक, निदेशक, सीईओ आदि ने भाग लिया। अंतिम दिन वक्ताओं ने सेक्शन-8 कंपनी, स्टार्टअप के लिए बने नियम, सही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का चुनाव, ब्रांडिंग डिजिटल मार्केटिंग के बारे में जानकारी साझा की। सीए रवीश चौधरी (प्रबंध भागीदार, आर चौधरी एंड कंपनी) ने अनुभाग के आयकर विनियमों, स्टार्टअप्स के लिए 8 कंपनी और कानूनी अनुपालन की जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि कैसे इनक्यूबेटर्स में अपने संचालन को संभालने के लिए एक पूरी समर्पित टीम आवश्यक है। जिसकी अपनी इनक्यूबेशन पॉलिसी (इक्विटी शेयरिंग से एग्जिट पॉलिसी सहित), एचआर पॉलिसी, संचालन दिशानिर्देश होने चाहिए। इसके बाद उन्होंने धारा 8 कंपनी के लिए आवश्यक अनुपालन के साथ ऑडिटिंग के बारे में बात की और स्टार्टअप्स को 80आईएसी और धारा 56 के तहत कर छूट लाभों के बारे में कैसे और किन शर्तों के बारे में पता होना चाहिए। इनोवेशन हब के प्रबंधक रितेश सक्सेना ने डिजिटल मार्केटिंग रणनीति, जबकि स्वर की संस्थापक सुश्री दीक्षा राय ने डिजिटल मार्केटिंग की मूल बातें समझाईं।
इस अवसर पर डॉ. अनुज कुमार शर्मा (एसोसिएट डीन, इनोवेशन एंड सोशल एंटरप्रेन्योरशिप) ने मंच पर उपस्थित लोगों को भागीदारी का प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस मौके पर वंदना शर्मा सहित इनक्यूबेटर उपस्थित थे।
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