• यह उन सभी आयु वर्ग के रोगियों के लिए वरदान है जिनका कई दवाइयां लेने के बाद भी बीपी अनियंत्रित बना रहता है
• यह थेरेपी बिना किसी सर्जिकल प्रोसीजर को अंजाम दिए 30 मिनट से भी कम समय में की जाने वाली प्रक्रिया है।
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। अल्ट्रामॉडर्न मेडिकल टेक्नोलॉजी के जरिए मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराने की अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, अपोलोमेडिक्स अस्पताल लखनऊ के डॉक्टरों ने असाधारण थेरेपी से कई वर्षों से रेजिस्टेंट हाई बीपी के 60 वर्षीय मरीज का इलाज किया। यह देश में पांचवीं और उत्तर प्रदेश की पहली रीनल डिनेर्वेशन थेरेपी (आरडीएन) है, जिसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि रीनल डिनेर्वेशन थेरेपी (आरडीएन) उन लोगों के लिए उच्च रक्तचाप के इलाज का एक आधुनिक विकल्प है जो आमतौर पर हर दिन 4-5 तरह की दवाएं लेते हैं लेकिन फिर भी उच्च रक्तचाप से राहत नहीं मिलती हैं।
इस मामले में 60 वर्षीय मरीज ने 16 जुलाई को अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल लखनऊ के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. गौतम स्वरूप से संपर्क कर सलाह ली थी। मरीज़ कई प्रकार की उच्च रक्तचापरोधी दवाएं ले रहा था, लेकिन फिर भी, उसका रक्तचाप 170/100 तक बना हुआ था। इस बढ़े हुए अनियंत्रित रक्तचाप ने मरीज के लिए हृदय गति रुकने का खतरा उत्पन्न कर दिया था और उन्हें पहले भी दो बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
अपोलोमेडिक्स अस्पताल लखनऊ के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. गौतम स्वरूप ने बताया, “मरीज का रक्तचाप फिर से बढ़ गया, जिससे उनकी हृदय गति अनियमित हो गई थी। इस स्थिति में मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया। परीक्षणों के दौरान, हमने पाया कि प्रतिरोधी उच्च रक्तचाप की स्थिति ने उनके गुर्दे के कार्य करने की क्षमता को भी प्रभावित कर दिया था, क्रिएटिनिन का स्तर 1.9 था, जो सामान्य स्तर से काफी ऊपर है। उनकी स्थिति को देखते हुए, हमने रीनल डिनेर्वेशन थेरेपी (आरडीएन) की सिफारिश की, यह उन मामलों में एक जीवन रक्षक प्रक्रिया है जहां बीपी कई दवाओं के बाद भी यह अनियंत्रित है।”
अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल, लखनऊ के एमडी और सीईओ डॉ. मयंक सोमानी ने कहा, “हमारे डॉक्टरों की टीम कुछ नवीनतम चिकित्सा तकनीकों का उपयोग करके जीवन बचाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में माहिर हैं। रीनल डिनेर्वेशन थेरेपी एक ऐसी थेरेपी है जो प्रतिरोधी उच्च रक्तचाप से पीड़ित रोगियों के लिए आशा की किरण साबित हो रही है।”
देश में युवा आबादी में उच्च रक्तचाप तेजी से फैल रहा है। कभी-कभी, इस स्थिति से पीड़ित बहुत से लोग समस्या के बारे में उचित जानकारी न होने से सही दवा और उपचार से चूक जाते हैं। कई दवाएँ लेने से मरीज की किडनी पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। रीनल नर्वेशन थेरेपी ऐसे कई रोगियों के लिए एक आशा की किरण है जो प्रतिरोधी उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं। थेरेपी बिना कोई चीरा लगाए दी जाती है और 30 मिनट के भीतर पूरी की जा सकती है।
रीनल नर्वेशन थेरेपी (आरडीएन) एक छोटे से छेद के साथ की जाने वाली एक प्रक्रिया है जहां कैथेटर को रक्त वाहिका के अंदर गुर्दे और रक्त वाहिकाओं के आसपास की नसों तक पहुंचाया जाता है। फिर कैथेटर का उपयोग करके गुर्दे की नसों को ऊष्मा पहुंचाई जाती है, जिससे रक्तचाप के स्तर में कमी आती है और गुर्दे पर दबाव कम हो जाता है।
डॉ. गौतम स्वरूप ने बताया, “रीनल डिनेर्वेशन थेरेपी (आरडीएन) 30 मिनट की एक प्रक्रिया है, जो प्रतिरोधी उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी है। थेरेपी डायलिसिस या किडनी विफलता जैसी स्थितियों को रोक सकती है, जो लगातार उच्च रक्तचाप के चलते पैदा होती हैं।”
उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) दुनिया भर में मौत का एक प्रमुख कारण है, जिसे रोका जा सकता है। हाई बीपी से दिल का दौरा, स्ट्रोक, हार्ट फेलियर या गुर्दे की बीमारी होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।