लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। बाल निकुंज इंटर कॉलेज मोहिबुल्लापुर गर्ल्स विंग में शनिवार को आयोजित अंतर्शाखीय विज्ञान प्रदर्शनी में बाल वैज्ञानिकों ने विभिन्न प्रोजेक्ट के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जिसमें बाल निकुंज स्कूल्स एंड कॉलेजेज की सभी शाखाओं से जूनियर वर्ग के लगभग 250 बाल-वैज्ञानिकों ने अपने -अपने विज्ञान आधारित मॉडलों को नवाचार का रूप देने का प्रयास किया।

प्रदर्शनी का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि मौजूद आंचलिक विज्ञान नगरी के शिक्षा अधिकारी रामकुमार और संस्थान के एमडी एचएन जायसवाल ने पूजन और दीप प्रज्वलित कर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन कर बाल वैज्ञानिकों का उत्साहवर्धन करने के साथ ही टिप्स भी दिए। उन्होंने कक्षावार प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ एवं पंचम स्थान प्राप्त करने वाले बाल-वैज्ञानिकों को नगद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र और उनके टीचर्स को नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।


मुख्य अतिथि रामकुमार ने कहा कि विज्ञान को पढ़ने से अधिक उसे सीखने और समझने की आवश्यकता है।जितना अधिक हम विज्ञान को सीखेंगे, उतनी ही तेज़ी से प्रगति करेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि प्रोजेक्ट तैयार करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि उससे समाज को क्या लाभ मिलेगा। क्योंकि किसी भी मॉडल का उद्देश्य केवल प्रदर्शन नहीं, बल्कि समाजोपयोगी समाधान होना चाहिए।

शिक्षा अधिकारी ने छात्रों को यह भी सलाह दी कि वे जिस मॉडल का निर्माण कर रहे हैं, उसके बारे में पूरी जानकारी रखें और उसमें नवाचार स्पष्ट रूप से दिखाई दे। उन्होंने कहा कि यह इनोवेशन का दौर है, जिसमें सभी को आगे बढ़ते हुए नई तकनीकों का विकास करना होगा।

निर्णायक जज भवानी प्राइवेट आईटीआई के प्रधानाचार्य आशीष श्रीवास्तव निर्विवाद निर्णय दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के साथ कॉलेज के प्रबंध निदेशक एचएन जायसवाल, गर्ल्स विंग की प्रधानाचार्या भगवती भंडारी, सभी शाखाओं के जूनियर इंचार्ज एवं विज्ञान के टीचर्स उपस्थित रहे।
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