लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। बलरामपुर गार्डेन में चल रहे पुस्तक मेले में गुरुवार को वसुंधरा फाउंडेशन द्वारा “गांधी -बोस -भगत -विवेकानंद” विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि आनंदवर्धन सिंह ने गांधी- बोस -भगत -विवेकानंद के विचारों को एक साथ सामने लाने के लिए वसुन्धरा फाउंडेशन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इन सभी लोगों ने अपनी सुख सुविधाओं से संपन्न जीवन को त्याग कर देश सेवा का मार्ग चुना और अपना सम्पूर्ण जीवन इसी में समर्पित कर दिया।
वरिष्ठ साहित्यकार अखिलेश श्रीवास्तव चमन ने कहा कि वसुंधरा फाउंडेशन की समन्वय की पहल प्रशंसनीय है। प्रसिद्ध व्यंग्यकार पंकज प्रसून ने अपने संक्षिप्त संबोधन मे बच्चों को इन महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए कहा।
पद्मश्री डाॅ विद्या बिंदु सिंह ने अपनी अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि यह चारों महापुरुष आज की पीढ़ी के लिए ऐसे मजबूत स्तंभ है जिनका अनुकरण करके हम अपने जीवन में निरन्तर उन्नति के पथ पर अग्रसर हो सकते है। उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों को समग्र रूप से देखने की आवश्यकता है।

इंडियन बैंक के सहायक महाप्रबंधक संजय सरीन ने बच्चों को पुरस्कार वितरण किया। संस्था की सचिव मीनू श्रीवास्तव ने बताया कि निबंध प्रतियोगिता में विजेता जीजीआईसी गोमती नगर, जीजीआईसी जियामऊ, जीजीआईसी नरही एवं रामस्वरूप विद्यालय बाराबंकी के बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
अंत मे धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए संयोजक राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि गांधी कि उन्नीसवीं सदी ऐसी महत्वपूर्ण थी जिसमें भारत के अनेक महापुरुषों ने या तो जन्म लिया या कार्य किया। यथा स्वामी विवेकानंद, गुरुदेव टैगोर, गांधी, सुभाष, मुंशी प्रेमचन्द्र, भगत सिंह, सरदार पटेल नेहरू जैसे संघर्षशील लोग। वास्तव में गांधी वह गंगोत्री है जिससे स्वतंत्रता संग्राम की अनेक धाराये निकली और बहुत से नेता उसमें से निकले।
कार्यक्रम में उमेश कुमार सिंह, मुकेश श्रीवास्तव, अवधेश शुक्ला, रामस्वरूप यादव, ब्रजेश शुक्ला, आलोक सिन्हा, रविन्द्र गांधी, रामनारायण, बीएन राव, हरिहर सिंह, विनोद कुमार दीक्षित, रूबी कंचन, प्रतीक तिवारी, राकेश जेटली, वीरेंद्र त्रिपाठी, परवेज मलिकजादा आदि उपस्थित रहे।