लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. बीआर आंबेडकर की 135वीं जन्म जयन्ती के अवसर पर पुष्पांजलि एवं परिचर्चा के माध्यम से इस महान विभूति को याद किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर रश्मि बिश्नोई ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में उपस्थित महाविद्यालय परिवार के सदस्यों ने भी बाबा साहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

उक्त अवसर पर देश की अमूल्य निधि बाबा साहब के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। जिसमें समस्त वक्ता इस बात पर सहमत थे कि बाबा साहब का योगदान न केवल भारतीय संविधान के निर्माण में अतुलनीय था बल्कि उन्होंने भारत में समाज निर्माण और तत्जनित राष्ट्र निर्माण की एक महती प्रक्रिया को भी एक नया आयाम प्रदान किया।

समाज का का एक बड़ा वर्ग जो मुख्य धारा में सम्मिलित नहीं था, उसे मुख्य धारा से जोड़ा जिससे कि भारत एक सशक्त समाज और समर्थ्यवान राष्ट्र के रूप में विकसित हो सके।

कार्यक्रम का समापन – बुध्दम शरणम् गच्छामि, संघम शरणम् गच्छामि, धम्मम शरणम् गच्छामि के वाचन से किया गया। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राजनीति शास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. बीआर आम्बेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में एक पखवारा के आयोजन का प्रथम दिवस का बिम्ब है।