नईदिल्ली (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आईआईए द्वारा भारत मंडपम, हॉल नं 06 में आयोजित तीन दिवसीय “बिल्ड भारत एक्सपो 2025” का शुभारम्भ बुधवार को केंद्रीय MSME मंत्री जीतन राम मांझी ने किया। उद्घाटन समारोह में 20 से अधिक देशों के राजदूत / ट्रेड कमिश्नर्स एवं केन्द्र तथा राज्य सरकार के कई अन्य गणमान्य मंत्री एवं अधिकारी शामिल हुए।
एक्सपो में 151 से अधिक स्टॉल पर औद्योगिक उत्पादों और क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई है। जिसमें ग्रीन एंड क्लीन एनर्जी, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन मटेरियल, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एवं ODOP एवं अन्य Exportable प्रोडक्ट्स प्रमुख रूप से शामिल हैं।
MSME मंत्रालय भारत सरकार ने इस एक्सपो को मान्यता दी है, इसके अतिरिक्त खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश के MSME एवं एक्सपोर्ट प्रमोशन विभाग द्वारा भी एक्सपो को सपोर्ट किया गया है।

केंद्रीय MSME मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जब तक देश में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों का विकास नहीं होगा तब तक बड़े उद्योगों का भी विकास संभव नहीं है। इसको ध्यान में रखते हुए इस वर्ष 2025 -26 के बजट में MSME के उत्थान के लिए 25000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। देश से गरीबी मिटाने का इलाज भी सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों क विकास ही है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य भी देश के कारीगरों एवं सूक्ष्म उद्योगों को प्रोत्साहन देना है।
आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा रखे गए प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह देश में लीज होल्ड औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड करने के पक्षधर है और इसी दिशा में आवश्यक कार्यवाही करेंगे। देश में शीघ्र ही राष्ट्रीय एमएसएमई पॉलिसी लाई जाएगी जिसमें आईआईए के सुझाव भी लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही नेशनल एमएसएमई बोर्ड का पूर्ण गठन किया जाएगा जिसमें आईआईए जैसे प्रमुख संगठन को भी शामिल किया जाएगा।

आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने बताया कि विकसित भारत के निर्माण में MSME ग्रोथ इंजन के रूप में कार्य कर रहा है। इण्डियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन भी विकसित भारत की परिकल्पना को पूरा करने में अपना पूर्ण सहयोग देने के लिए कटिबद्ध है एवं “Transforming MSMEs Towards Industry 4.0 & 48” को चरितार्थ करने के लिए बिल्ड भारत एक्सपो 2025 का आयोजन किया जा रहा है। जिससे MSME को देश विदेश में अपने प्रोडक्ट को बेचने का अवसर प्राप्त हो सके। अपने संबोधन में श्री सिंघल ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष कुछ प्रमुख मांगें रखीं। जिसमें लीज होल्ड औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड करना, सरकारी खरीद में MSME के लिए 40 प्रतिशत का आरक्षण करना, राष्ट्रीय MSME पालिसी को जारी करना, आईआईए का नेशनल बोर्ड ऑफ़ MSME में प्रतिनिधित्व तथा MSME एसोसिएशनों को Accreditation प्रणाली पुनः लागू करना शामिल था।
उद्घाटन समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित कपिल देव अग्रवाल (कौशल विकास मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार) ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्योगों के विकास के लिए संकल्पित हैं। इसका प्रमाण यह है कि देश में कोरोना काल में भी उद्योगों को कम से कम बंदी का सामना करना पड़ा और इस कठिन समय में जो हानि उद्योगों को उठानी पड़ी उसके लिए वित्तीय एवं अन्य सहायता प्रदान की गई। श्री अग्रवाल ने कहा कि एमएसएमई एवं स्किल डेवलपमेंट एक दूसरे के पूरक हैं, इसीलिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में स्थित ITIs का उद्योगों की आवश्यकता अनुसार आधुनिकरण किया जा रहा है। आज देश में केवल दो ही जातियां हैं एक वह जिनको सहायता की आवश्यकता है और दूसरी वह जो की सहायता दे रहे हैं। हमारे देश के उद्यमी दूसरी जाति से संबंध रखते हैं। इनसे प्राप्त टैक्स से देश का विकास हो रहा है।
उद्घाटन समारोह में सहारनपुर उत्तर प्रदेश के विधायक के साथ-साथ अनेक देशों के राजदूत और प्रतिनिधि भी शामिल थे। बिल्ड भारत एक्सपो के उद्घाटन समारोह के दौरान आईआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश गोयल ने केंद्रीय मंत्री के स्वागत अभिभाषण में बताया कि विगत कुछ वर्षों से केन्द्रीय बजट में MSME के लिए विशेष प्राविधान किये जा रहे जो अत्यंत ही सराहनीय है।
आईआईए महासचिव आलोक अग्रवाल ने समारोह के मुख्य अतिथि जीतन राम मांझी को धन्यवाद व्यक्त किया एवं आईआईए के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अवधेश अग्रवाल ने स्मृति चिन्ह भेंट किया। बिल्ड भारत एक्सपो के उद्घाटन समारोह में आईआईए के पूर्व अध्यक्ष राम जी सुनेजा, अजय गुप्ता, प्रमोद मिगलानी, सुनील वैश्य, अशोक अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में उद्यमी, एक्जिविटर उपस्थित रहे।