हिंदी विश्वविद्यालय में विकसित महाराष्ट्र : समर्थ भारत विषय पर हुआ विशिष्ट व्याख्यान
वर्धा (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में विकसित भारत@ 2047 व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत शनिवार 16 नवंबर को ‘विकसित महाराष्ट्र : समर्थ भारत’ विषय पर सुप्रसिद्ध अभिनेता एवं निर्देशक राहुल सोलापुरकर ने कहा कि समर्थ भारत बनाने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है। हमें राष्ट्रहित सर्वोपरि रखकर विकसित महाराष्ट्र और विकसित भारत बनाने की दिशा में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत का प्राचीन ज्ञान नई पीढ़ी के सामने लाने की जरूरत है।
मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इससे महाराष्ट्र और मराठी भाषा का सम्मान हुआ है। उन्होंने पंढरपुर की वारी और 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव को महाराष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा से जोड़ते हुए कहा कि नाटक और सिनेमा ने समाज को नई दिशा की तरफ ले जाने का काम किया है।
ग़ालिब सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र संतों की भूमि है। यहां के अनेक पौराणिक स्थल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध बनाते हैं। कुलपति ने कहा कि महाराष्ट्र की धड़कन में सांस्कृतिक विरासत बसती है।
इस दौरान कुलपति प्रोफेसर सिंह ने अभिनेता राहुल सोलापुरकर का सूत माला, अंगवस्त्र, विश्वविद्यालय का प्रतीक चिन्ह एवं चरखा देकर स्वागत किया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रोफेसर आनंद पाटील मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का स्वागत वक्तव्य विकसित भारत @2047 समिति के सहसंयोजक डॉ. राजेश लेहकपुरे ने किया। कार्यक्रम का संचालन अनुवाद अध्ययन विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. मीरा निचळे ने किया तथा विकसित भारत @2047 समिति के सदस्य सचिव, जनसंपर्क अधिकारी बी. एस. मिरगे ने आभार माना। कार्यक्रम का प्रारंभ विश्वविद्यालय के कुलगीत से तथा समापन राष्ट्रगान से किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।