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AKTU में सात राज्यों के वास्तुकला छात्र दिखायेंगे अपनी रचनात्मकता

  • विश्वविद्यालय परिसर में 25 से 27 अक्टूबर तक वास्तुकला पर होगा विविध कार्यक्रम, छात्रों के बनाये डिजाइन बनेंगे आकर्षण का केंद्र, 600 से ज्यादा छात्र कर रहे प्रतिभाग
  • नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स ऑफ आर्किटेक्चर (नासा) के 67वें जोनल सम्मेलन की मेजबानी का विश्वविद्यालय के वास्तुकला और योजना संकाय को मिला अवसर

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के वास्तुकला और योजना संकाय को इस वर्ष के 67वें जोनल नासा सम्मेलन की मेजबानी करने का गौरव प्राप्त हुआ है। यह सम्मेलन जोन 4 के तहत आता है। सम्मेलन में सात राज्यों से आये वास्तुकला छात्रों को एक मंच मिलेगा। जहां वे अपनी रचनात्मकता, तकनीकी कौशल और आपसी सहयोग का प्रदर्शन कर सकेंगे। सम्मेलन 25 से 27 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया जा रहा है। परिसर में गुरुवार को तैयारी चलती रही। सजावट के साथ ही छात्र अपने विभिन्न डिजाइनों को भी तैयार करने में लग रहे हो।

इस वर्ष के जोनल सम्मेलन में 7 राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और छत्तीसगढ़ के 25 से अधिक कॉलेजों के 600 से ज्यादा छात्र भाग लेंगे। यह सम्मेलन छात्रों और शिक्षकों के लिए नवाचार, रचनात्मकता और वास्तुकला की सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण केंद्र होगा। सम्मेलन मुख्य रूप से सस्टटेनेबल आर्किटेक्चर पर आधारित होगा। इस पर विशेषज्ञों द्वारा विशेष व्याख्यान और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा छात्रों द्वारा बनाये डिजाइन सहित अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे।


कुलपति प्रो. जेपी पाण्डेय के संरक्षण और एफओएपी की प्राचार्या प्रो. वंदना सहगल, डॉ. रितु गुलाटी के मार्गदर्शन में हो रहा है। सम्मेलन के समन्वयक डॉ. आंजनेय शर्मा हैं।

सम्मेलन में कई प्रतिष्ठित आर्किटेक्ट और डिजाइन विशेषज्ञ भाग लेंगे। इनमें आर्कोहम के प्रमुख आर्किटेक्ट सौरभ गुप्ता, मुकेश गोयल, जीसीए एलुमनी एसोसिएशन के आर्कि. अनुपम मित्तल और लखनऊ आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन के आर्कि. प्रशांत पाल सिंह, आर्कि. शुभेंदु बाजपेई, आर्कि. देवेश मणि त्रिपाठी, आर्कि. के.के. अस्थाना जैसे अनुभवी आर्किटेक्ट भी इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।

नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स ऑफ आर्किटेक्चर भारत का प्रमुख छात्र संगठन है, जो 1957 से वास्तुकला शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। हर वर्ष आयोजित होने वाले राष्ट्रीय और जोनल सम्मेलनों के माध्यम से नासा छात्रों को डिजाइन प्रतियोगिताओं, कार्यशालाओं और सांस्कृतिक गतिविधियों के जरिए सीखने और अनुभव साझा करने का अनूठा अवसर प्रदान करता है।