लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित तीन मंजिला बिल्डिंग के ढहने से दर्जनों लोगों के फंसे होने की सूचना और हादसे में रेस्क्यू के लिए पहुंची एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, दमकल और पुलिस टीम के साथ साथ सिविल डिफेंस टीम भी राहत बचाव कार्य में देर रात तक जुटी रही। रेस्क्यू कर दो दर्जन से ज्यादा घायल लोग और आठ मृत निकाले गए।
राष्ट्रपति पदक से अलंकृत लखनऊ सिविल डिफेंस के सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर मनोज वर्मा ने बताया कि बड़ी संख्या में स्वयंसेवक आनन फानन में घटनास्थल पर पहुंच गए और तत्काल मोर्चा संभाल लिया था। थोड़ी देर बाद स्वयं मनोज वर्मा अपने साथी सहायक उपनियंत्रक मुकेश कुमार व स्टाफ अफसर चीफ ऋतुराज रस्तोगी के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। अपने सीनियरो को अपने बीच पाकर स्वयंसेवकों ने दुगने उत्साह से कार्य करना शुरू कर दिया।
स्वयंसेवकों ने घटनास्थल पर उपस्थित भीड़ को रोकने का कार्य तेजी से शुरू किया। उसके बाद रेस्क्यू वाहन और एंबुलेंस को बिना रोकटोक आने जाने के लिए रूट क्लियर कराया। घटनास्थल पर मौजूद जिलाधिकारी/नियंत्रक सिविल डिफेंस सूर्यपाल गंगवार के आदेशों का पालन स्वयंसेवको ने सुनिश्चित किया।
मौके पर देर रात तक स्टाफ अफसर डिविजनल वार्डन राजेंद्र कुमार, गुफरान अहमद, रामगोपाल सिंह, अमान खान, राजन सक्सेना, संतोष कुमार, रविन्द्र कोहली, अभिजीत बाघ, ओमकार नाथ, सुदर्शन बिशप भारती, वसीम अहमद, शिव शंकर, दीपक श्रीवास्तव, अरविंद मिश्रा, अनिल कुमार, किशोरी सिंह, दीपक मिश्रा, मुश्ताक अहमद, महेंद्र राजपूत, राजकुमार, सौरभ, अखिल सोंधी आदि वार्डेन मौजूद रहे। सिविल डिफेंस की डिप्टी कंट्रोलर अनिता प्रताप ने देर रात तक अभियान में शामिल सिविल डिफेंस के सभी अधिकारी और स्वयंसेवकों की तारीफ की।