लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के इनोवेशन हब द्वारा सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज में बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन उत्तर प्रदेश एवं इंफ़ोसिस स्प्रिंगबोर्ड के संयुक्त के तत्वाधान में तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति जेपी पाण्डेय एवं अन्नवि दिनेश कुमार (निदेशक, तकनीकी शिक्षा निदेशालय, उत्तर प्रदेश) के निर्देशन एवं डीन, इनोवेशन हब प्रो. बीएन मिश्रा के मार्गदर्शन में कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डाटा साइंस के क्षेत्र में नई संभावनाओं और चुनौतियों पर गहन चर्चा की गई।
इस कार्यशाला का उद्देश्य बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन उत्तर प्रदेश एवं इंफ़ोसिस स्प्रिंगबोर्ड के बीच हुए एमओयू के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के राजकीय पालीटेक्निक के प्रवक्ताओं को एआई और एमएल की नवीनतम तकनीकों और उनके अनुप्रयोगों से अवगत कराना है। अपने उद्घाटन भाषण में डीन, इनोवेशन हब प्रो. बीएन मिश्रा ने उत्तर प्रदेश के राजकीय पालीटेक्निक के प्रवक्ताओं को एआई के बहुविष्यक उपयोगिता के बारे में अपने विचार रखे एवं प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया।
कार्यशाला में एकेटीयू इनोवेशन हब के एसोसियेट डीन, डॉ. अनुज कुमार शर्मा ने उद्घाटन भाषण में कहा, “एआई और डाटा साइंस भविष्य की तकनीकें हैं, जो न केवल उद्योगों में क्रांति ला रही हैं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक विकास के क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इस कार्यशाला का आयोजन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
कार्यशाला में विशेषज्ञ वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे। वायु नंदन त्रिपाठी ने एआई के वर्तमान परिदृश्य और भविष्य की संभावनाओं पर रोशनी डाली। मिनाक्षी व्यास ने डाटा साइंस के अनुप्रयोगों और उनकी व्यावहारिक उपयोगिताओं पर चर्चा की। कार्यशाला के दौरान राजकीय पालीटेक्निक के प्रवक्ताओं को विभिन्न परियोजनाओं पर काम करने का भी मौका मिला, जिससे उन्होंने अपनी तकनीकी क्षमताओं को और अधिक विकसित किया।
कार्यशाला के आयोजकों ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यशाला ने एआई और डाटा साइंस के क्षेत्र में नई दिशा में सोचने और काम करने की प्रेरणा दी है, जो भविष्य में और अधिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करेगी। कार्यशाल में बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन उत्तर प्रदेश की ओर से जितेंद्र, डॉ. आरवी सिंह, डॉ. अनुराग एवं सुनील और हेड, इनोवेशन हब महीप सिंह, मैनेजर, इनोवेशन हब वंदना शर्मा, अनुराग त्रिपाठी इत्यादि उपस्थित रहे। कार्यशाला में तकनीकी सहयोग अनुराग चौबे के द्वारा किया गया।