लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भुगतान संबंधी सेवाओं में दुनिया की प्रमुख कंपनी, वर्ल्डलाइन ने आज एंड्रॉइड पीओएस पर उपलब्ध अपने एकीकृत भुगतान एप्लिकेशन के साथ भारत भर में कई केंद्र और राज्य सरकारों, शहरी स्थानीय निकायों, धार्मिक संस्थानों और परिवहन विभागों के लिए भुगतान संग्रह और परिचालन प्रबंधन को डिजिटल बनाने की अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
वर्ल्डलाइन के भारत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश नरसिम्हन ने कहा, “डिजिटलीकरण पारदर्शिता बढ़ाने और नकद भुगतान से बचने में मदद करता है। हमारा एकीकृत भुगतान एप्लिकेशन संग्रह से लेकर वास्तविक डैशबोर्ड तक एक संपूर्ण समाधान प्रदान करता है, जिससे प्रक्रिया स्वचालित हो जाती है और उपयोगकर्ताओं के प्रत्येक स्तर पर कार्यकुशलता बढ़ती है। हमें प्रतिक्रिया मिली है कि डिजिटलीकरण के बाद, विभिन्न स्तरों पर भुगतान संग्रह में पारंपरिक संग्रह करने के तरीके की तुलना में उल्लेखनीय बढ़त देखने को मिली है। हम देश भर में डिजिटल भुगतान स्वीकृति को बढ़ावा देने के लिए अपने साझेदार बैंकों और एनआईसी के साथ काम करके खुश हैं।”
भारत भर में विभिन्न केंद्रीय और राज्य विभागों का डिजिटलीकरण, वर्ल्डलाइन और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भागीदारों के बीच सक्रिय सहयोग के जरिए हुआ है, जिसमें भारत सरकार के नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआइसी) द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है।
वर्ल्डलाइन ने भारत भर में विभिन्न सरकारी विभागों को डिजिटल बनाकर अपने एकीकृत भुगतान एप्लिकेशन के साथ लाखों ग्राहकों को सशक्त बनाया है, जिससे उन्हें डिजिटल भुगतान के साथ संग्रह में आसानी हुई है और उनका कामकाज सुव्यवस्थित हुआ है और उपयोगकर्ता के अनुभव में सुधार हुआ है।
उत्तर प्रदेश में, वर्ल्डलाइन अपने सरकारी बैंक साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि निवेश मित्र, कानपुर जल संस्थान, यूपी राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण जैसे विभिन्न विभागों और अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि जैसे धार्मिक संस्थानों में दान प्रबंधन प्रणाली के लिए डिजिटलीकरण को मजबूत किया जा सके।
वर्ल्डलाइन का एकीकृत भुगतान एप्लीकेशन मौजूदा व्यवसाय प्रबंधन सॉफ्टवेयर के भीतर तेज़ चेकआउट के लिए उपयोगकर्ता की जरूरत के मुताबिक एक आसान डिजिटल भुगतान की सुविधा देता है। यह एक शुरू से अंत तक की प्रक्रिया प्रदान करता है जिससे –
- परिचालन सुव्यवस्थित होता है।
- नकदी पर निर्भरता कम होती है।
- आसान और सुचारू रिकंसिलेशन के लिए वास्तविक समय पर डैशबोर्ड मिलता है।
- अंतिम उपयोगकर्ता का अनुभव बेहतर होता है।
- कई भाषाओं वाले एप्लीकेशन प्रवाह का सपोर्ट मिलता है।
वर्ल्डलाइन का भारत भर में 30 से ज्यादा सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के साथ मजबूत गठजोड़ है और यह उत्तर प्रदेश राज्य में विभिन्न भुगतान प्रणाली संबंधित समाधान लाने के लिए तैयार है।