लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय में वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘अनुभूति 2K24’ के तीन दिवसीय कार्यक्रम का दूसरा दिन डीजे ट्रेसर के नाम रहा। शुक्रवार को सांस्कृतिक व रचनात्मक गतिविधियों से जुड़े कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के चांसलर ई. पंकज अग्रवाल, प्रो-चांसलर ई. पूजा अग्रवाल, वाईस चांसलर प्रो.(ड़ॉ.) देवेन्द्र कुमार शर्मा, रजिस्ट्र्रार डॉ. नीरजा जिन्दल समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
युगल नृत्य से शुरु होकर ई.डी.एम. नाइट (डीजे नाइट) तक के सफर में कई ऑन स्टेज तथा ऑफ स्टेज कार्यक्रम आयोजित किए गए। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा संचालित क्लबों ने अपने विशेष कार्यक्षेत्र से संबधित कार्यक्रमों को आयोजित किया। जिनमें प्रमुख क्लब सुरझंकार, एक्सप्रेशन, राज़मत्ताज़, स्नैपशॉट, सृजन, गोल्डेनपेन, मंच जैसे क्लब्स ने अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रमों में शहर के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों व कॉलेजेस ने प्रतिभागिता की, जिनमें प्रमुख रूप से बीबीडी, इंटिग्रल, लखनऊ विश्वविद्यालय, आईटी कॉलेज, लखनऊ पब्लिक कॉलेज एवं अन्य कॉलेजेस की सहभागिता रही।
पहले दिन की प्रतियोगिताओं में नेहा राज निबंध प्रतियोगिता में, कविता पाठ में अर्षिता व माही यादव, नुक्कड़ नाटक में आईटी कॉलेज, गुरु शिष्य कार्यक्रम में अन्नपूर्णा द्विवेदी व आर्या, एकल गायन में जया शर्मा (इंटिग्रल विश्वविद्यालय) व अभिनित त्रिपाठी (लखनऊ पब्लिक कॉलेज), समूह नृत्य में दि रॉग्य समूह (बीबीडी) के प्रदर्शन को देखते हुए विजेता घोषित किया गया।
दूसरे दिन के स्टेज कार्यक्रम में युगल गायन, युगल नृत्य, दिल तो बच्चा है जी, मोनो लॉग, मिस्टर एंड मिस अनुभूति, फैशन शो व ऑफ स्टेज कार्यक्रमों में टैटू मेकिंग, फोटो टेल, रंगोली, जो जीता वही सिकंदर जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम के अन्तिम दौर में डी.जे. ट्रेसर ने माहौल में चार चांद लगा दिए। इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक की बीट व स्टूडेंट्स का उत्साह मानो आपस में प्रतिस्पर्धा कर रहा था। पूरे कैंपस की रूप सज्जा व कई फूड स्टॉल्स छात्रों के बीच लोकप्रिय रहे। सजा संवरा कैंपस मानो मनमोहक छटा बिखेरता प्रतीत हो रहा था।
कार्यक्रम में प्रो-चांसलर ई. पूजा अग्रवाल ने छात्र जीवन में टाइम मैनेजमेंट पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि टाइम मैनेजमेंट टर्म को सोच कर देखिए। किसी भी व्यक्ति के बस में नहीं है कि वह समय को अपने अनुरूप ढाल सके। छात्रों के हाथ में सिर्फ यह है कि वह अपने आप को समय के साथ मैनेज कर सकते हैं। एक दिन में 24 घंटे सभी के लिए फिक्स है। उसका इस्तेमाल कैसे किया जाए यह व्यक्ति पर निर्भर करता है। कार्यक्रम में वार्षिकोत्सव प्रभारी डॉ. वीना सिहं के साथ साथ विभिन्न संकायों के निदेशक, शिक्षक, कर्मचारी व छात्र मौजूद रहें।