लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आयोध्याधाम में बने भव्य मंदिर में प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा से पूरे देश में राममय माहौल दिख रहा है। वहीं कार्यक्रमों में भी जय श्रीराम की गूंज सुनाई दे रही है। लोग जय श्रीराम बोलकर एक दूसरे का अभिवादन कर रहे है। वहीं चिनहट के देवा रोड स्थित समर्पण इन्स्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज के स्टूडेंट्स, टीचर्स व स्टाफ अब गुड मॉर्निंग, Good Afternoon, गुड इवनिंग की जगह एक दूसरे को जय श्रीराम बोलेंगे। बुधवार को हे राम संगोष्ठी व तीन दिवसीय आत्मरक्षा कार्यशाला के शुभारंभ मौके पर उक्त घोषणा संस्थान के संस्थापक डा. आरएस दुबे ने की। बतौर मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में उन्होंने कहाकि भव्य मंदिर में जब से प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हुई है, धर्म व संस्कृति के प्रति भाव बढ़ गया है। हमारा सनातन धर्म एक सास्वत धर्म है जो न कभी नष्ट हुआ था और न ही कभी नष्ट होगा। आज के इस युग में किसी भी पूजन के पश्चात कहते है कि विश्व का कल्याण हो। जबकि किसी और धर्म मे ऐसा नही है। उन्होंने सभी स्टूडेंट्स व टीचर्स से कहाकि अब वह गुड मॉर्निंग, गुड इवनिंग नहीं बल्कि एक दूसरे को जय श्रीराम बोले।
कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने कहाकि भारत की पहचान, हमारी संस्कृति राम है। चौदह वर्ष के बाद प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने के अयोध्या वासियों ने दीपोत्सव मनाया था। वहीं सैकड़ो वर्षों बाद 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम अपने घर में वापस आये तो अयोध्या सहित पूरे देश में दीपोत्सव मनाया गया। उन्होंने कहा कि रामराज्य का मतलब है कि हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को समझे और अपने कर्तव्यों का निर्वाह करे। जिस दिन हम प्रभु श्रीराम के चरित्र को अपने जीवन में उतार लेंगे उस दिन सभी कष्ट व कलेश दूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत का निर्माण करना युवाओं के कंधों पर है। देश को विकसित बनाने में वर्तमान पीढ़ी की भूमिका अहम होगी। यही पीढ़ी भारत का भविष्य तय करेगी। कैबिनेट मंत्री जय वीर सिंह ने कहा कि आज प्रत्येक महिला संस्थान में प्रत्येक छात्रा को अपनी रक्षा में आत्मरक्षा करने का पूर्ण अधिकार है और वह इस क्षेत्र में तीव्रता से अपने कदम बढ़ा रही हैं। इस कार्यशाला से इस संस्थान की प्रत्येक छात्रा अपनी आत्मरक्षा के लिए प्रेरित होगी और वह समाज में बिना डरे हुए निःसंकोच कहीं भी आ जा सकती है।
दूरदर्शन के निदेशक आत्म प्रकाश मिश्रा ने कहाकि 500 वर्षों की कठिन तपस्या के पश्चात भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पूर्ण हुई है। जिससे आज भारत का प्रत्येक सनातनी सनातन के बारे में निःसंकोच बात कर सकता है और अपने समाज तथा परिवार को सनातन के बारे में बता सकता है। वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र भदौरिया ने कहाकि श्रीराम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रभु श्रीराम के गर्भ गृह में जाने पर एक अलौकिक शक्ति की अनुभूति होती है। प्रतिष्ठा के पश्चात भगवान की मूर्ति में एक परिवर्तन देखने को मिला जिसमें प्रभु राम के चेहरे पर अलग ही मुस्कुराहट प्रतीत होती है।
विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक योगेश शुक्ला ने बताया कि उनके क्षेत्र से लाखों की संख्या में भक्तों को अयोध्या आने-जाने का निःशुल्क प्रबंध किया गया। संस्थान की प्रधानाचार्या डॉ. दीप्ति शुक्ला ने मुख्य अतिथि एवं समस्त गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। संस्थान की प्रधानाचार्या डॉ. दीप्ति शुक्ला ने मुख्य अतिथि एवं समस्त गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संस्थान में आयोजित कार्यशाला एवं गोष्ठी को अपने कुशल मार्गदर्शन में सफलता के चरम पर पहुँचाया। इस मौके पर विशेष अतिथि पुनीत अवस्थी (निदेशक डॉ. आशा स्मृति महाविद्यालय), प्रो. प्रीति पाण्डेय (आत्मरक्षा प्रशिक्षक), हरिओम शुक्ला सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।