वर्धा (टेलीस्कोप टुडे डेस्क)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के 27वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों के लिए 05 जनवरी को निबंध, प्रश्नोत्तरी और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी। पूर्वाह्न 11 बजे महादेवी वर्मा सभागार में ‘भारत में भाषायी विविधता: भारतीय ज्ञान परंपरा’ विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गयी। जिसमें 40 से अधिक विद्यार्थी सहभागी हुए। प्रतियोगिता के संयोजक हिंदी साहित्य विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रूपेश कुमार सिंह एवं सह-संयोजक शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अनिकेत आंबेकर थे।
अपराह्न 12 बजे गालिब सभागार में ‘भारतबोध’ विषय पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसमें 32 विद्यार्थी सहभागी हुए। प्रतियोगिता में भारत की कला संस्कृति, इतिहास, स्थापत्य, साहित्य आदि विषयों से जुड़े 50 प्रश्न शामिल थे। प्रतियोगिता के संयोजक डॉ. भदन्त आनंद कौसल्यायन बौद्ध अध्ययन केंद्र के सहायक प्रोफेसर डॉ. कृष्ण चंद्र पाण्डेय एवं सह-संयोजक अंग्रेज़ी एवं विदेशी भाषा अध्ययन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. संदीप कुमार थे। परीक्षक के रूप में हिंदी साहित्य विभाग के एसोशिएट प्रोफेसर डॉ. अशोक नाथ त्रिपाठी, जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. संदीप कुमार वर्मा एवं साहित्य विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. हिमांशु शेखर ने भूमिका निभायी।
अपराह्न 03:30 बजे गालिब सभागार में ‘विकसित भारत में विद्यार्थियों की भूमिका’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसमें 25 से अधिक विद्यार्थी सहभागी हुए। प्रतियोगिता के संयोजक हिंदी साहित्य विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रूपेश कुमार सिंह एवं सह-संयोजक शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. योगेंद्र बाबू थे। परीक्षक के रूप में हिंदी साहित्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. अवधेश कुमार, एसोशिएट प्रोफेसर डॉ. अशोक नाथ त्रिपाठी एवं अनुवाद अध्ययन विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. मीरा निचळे ने भूमिका निभायी। प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को 8 जनवरी को विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे।