लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। पर्वतीय महापरिषद, लखनऊ द्वारा उत्तरायणी कौथिग (मेला) का आयोजन भारत रत्न पण्डित गोविन्द बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन, बीरबल साहनी मार्ग, गोमती तट में 14 से 23 जनवरी 2024 तक किया जाएगा। उत्तरायणी कौथिग के सफल आयोजन हेतु भूमि-पूजन का कार्यक्रम गुरुवार को पं. नारायण दत्त पाठक एवं पं. मुकेश पाण्डेय के आचार्यत्व में वैदिक मन्त्रोचार के साथ किया गया।
अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी ने बताया कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी उत्तरायणी कौथिग काफी धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। बागेश्वर बागनाथ मन्दिर से अखण्ड-ज्योति को मेला स्थल पर लाया जाएगा जोकि भक्तों के दर्शनार्थ उपलब्ध रहेगी। अयोध्या में श्रीराम मन्दिर के उद्घाटन के अवसर पर विविध कार्यक्रम भी किए जाएंगे।
भूमि पूजन कार्यक्रम के पश्चात् कार्यकर्ताओं की बैेठक आयोजित की गई। जिसमें महासचिव महेन्द्र सिंह रावतने बताया कि मेले की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं और सभी उपसमितियां अपना-अपना कार्य सुचारू रूप से कर रही हैं। संयोजक केएन चंदोला ने वार्षिक पत्रिका ‘‘पर्वत संदेश’’ के प्रकाशन एवं विज्ञापन आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्रस्तुत की। बैठक में स्टॉल/विज्ञापन खान-पान, खेल-कूद के आयोजन, महिलाओं की भागीदारी, सांस्कृतिक दलों एवं कलाकारों की भागीदारी सहित अनेक विषयों पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर संरक्षक प्रो. आरसी पन्त, एनके उपाध्याय, जेपी डिमरी, राजेन्द्र सिंह रावत, सलाहकार ज्ञान पन्त, पीसी पन्त, गोपाल दत्त जोशी, हरीश काण्डपाल, वीके जोशी, उपाध्यक्ष जीडी भट्ट, महेन्द्र पन्त, कोषाध्यक्ष केएस रावत, सांस्कृतिक सचिव गोविन्द सिंह बोरा, सचिव रमेश चन्द्र उपाध्याय, गणेश चन्द्र जोशी एडवोकेट, कृष्ण चन्द्र पन्त, देवेन्द्र मिश्रा, ख्याली सिंह कड़ाकोटी, केएन पाठक, रवीन्द्र सिंह बिष्ट, शंकर पाण्डेय, गोपाल सिंह गैलाकोटी, पूरन जोशी, आनन्द सिंह कपकोटी, महेन्द्र सिंह मेहता, बसन्त बल्लभ भट्ट, भुवन पाण्डेय, मन्जू शर्मा पडेलिया, उमेश खुल्बे, हीरा सिंह बिष्ट, हेम पन्त सहित पर्वतीय महापरिषद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण उपस्थित थे।