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AKTU : संबद्ध संस्थानों में इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए हुआ मंथन

    

– एकेटीयू में वन डिस्ट्रिक्ट, वन इन्क्युबेटर कार्यशाला का ऑनलाइन हुआ आयोजन

– इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों के प्रिसिपल संग मीटिंग में तय हुई सेंटर बनाने की रूपरेखा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। प्रदेश में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति विकसित करने के लिए प्रयासरत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने अपने सभी संबद्ध संस्थानों में इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। पहले चरण में प्रदेश के 100 संस्थानों में यह सेंटर स्थापित कराया जाएगा। इस पहल को गति देने के लिए मंगलवार को कुलपति प्रो. जेपी पांडेय की अध्यक्षता में इनोवेशन हब की ओर से संबद्ध संस्थानों के निदेशकों और प्रदेश के पॉलिटेक्निक कॉलेजों के प्रिंसिपल संग ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने कहा कि यूपी स्टार्टअप पॉलिसी 2020 के लक्ष्य को पाने में विश्वविद्यालय को भी अपने स्तर पर योगदान देना होगा। वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हो या फिर आत्मनिर्भर भारत का हमें हर मोर्चे पर सरकार की मंशा के अनुरूप अपनी सहभागिता करनी होगी। इसके लिए जरूरी है कि छात्रों में नवाचार और उद्यमिता की भावना को विकसित किया जाए। उन्होंने कहाकि वन डिस्ट्रिक्ट वन इन्क्युबेटर के जरिये हम काफी हद तक इस लक्ष्य को पा सकते हैं। उन्होंने इन्क्युबेशन सेंटर स्थापना के लिए जरूरी कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसमें छात्रों को भी शामिल किया जाए। साथ सेक्शन 8 कंपनी बनाने की बात कही। 

चार्टर्ड एकाउंटेंट अमित कुमार ने सेक्शन 8 कंपनी को शुरू करने और उसे चलाने सहित अन्य जानकारी साझा की। वहीं यूपीएलसी के अभिषेक तिवारी ने यूपी स्टार्टअप पॉलिसी 2020 की जानकारी दी। साथ ही सरकार की ओर से इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए चलायी जा रही योजनाओं और नीतियों के साथ फंड के बारे में भी विस्तार से बताया। एसो0 डीन इनोवेशन डॉ. अनुज कुमार शर्मा ने इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने की रूपरेखा प्रस्तुत किया। वहीं इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह ने बताया कि किस प्रकार इनोवेशन हब सेंटर और छात्रों का सहयोग करेगा। साथ ही स्टार्टअप को मिलने वाली सुविधाओं, वित्तीय मदद, योजनाओं की भी जानकारी दी। जिससे कि सेंटर सफलतापूर्वक स्टार्टअप को बढ़ावा दे सकें। कार्यशाला में इनोवेशन हब मैनेजर वंदना शर्मा, रितेश सक्सेना सहित दो सौ से ज्यादा लोग जुड़े थे।