– एकेटीयू में टीपीओ संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल
– कहा, नई नकनीकी और उद्योगों की मांग के अनुसार छात्रों को करना होगा तैयार, तभी मिलेगा रोजगार
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में मंगलवार को ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की ओर से कुलपति प्रो. जेपी पांडेय की अध्यक्षता में टीपीओ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के संबद्ध संस्थानों के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर शामिल हुए। इसमें छात्रों को अधिक से अधिक प्लेसमेंट कराने और उनके प्रशिक्षण को लेकर मंथन किया गया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने मेंटर एंड मेंटी पोर्टल और ट्रेनिंग कोर्सेस पोर्टल लांच किया। साथ ही उनकी मौजूदगी में चार बड़ी कंपनियों से एमओयू हस्तांतरण किया गया। आगामी महीनों में विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित होने वाले दो बड़े कार्यक्रम मेगा जॉब फेयर और एचआर कॉन्क्लेव को लांच किया।
इस मौके पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमें समय के साथ खुद में बदलाव लाते रहना चाहिए। जरूरी है कि छात्रों को इंडस्ट्री की मांग के अनुसार तैयार किया जाए। जिससे कि पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्हें रोजगार मिलने में कोई कठिनाई न आने पाये। छात्रों को नई उभरती तकनीकी से भी जोड़ना होगा। क्योंकि जो अपडेट नहीं होता वह अपने आप डिलीट हो जाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार का प्रयास अधिकतम रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना होता है। इस कार्य में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट की भूमिका सबसे अहम है। हर कॉलेज में टीपीओ अनिवार्य रूप से होना चाहिए। जैसे छात्रों के लिए वर्कशॉप और प्रशिक्षण दिया जाता है उसी तरह टीपीओ के लिए भी समय-समय पर बड़े संस्थानों के विशेषज्ञों के साथ प्रशिक्षण कराना होगा। जिससे कि वह नये आइडिया को सीखकर उसे छात्रों तक पहुंचा सकें।
उन्होंने कहा कि छात्रों का प्रशिक्षण सबसे जरूरी है। छात्रों के लिए इंडस्ट्री विजिट कार्यक्रम भी करना चाहिए। जिससे कि वो व्यवहारिक रूप से समझ सकें कि उद्योगों में किस तरह कार्य होता है। उन्होंने बढ़िया प्लेसमेंट कराने वाले संस्थानों को प्रोत्साहन राशि देने का भी सुझाव दिया। जिससे प्लेसमेंट कराने की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। सौ प्रतिशत प्लेसमेंट के लिए नई तकनीकी को संस्थानों को अपनाना होगा। तकनीकी शिक्षा का स्तर क्वालिटी एजुकेशन, छात्रों का इंडस्ट्री विजिट और प्लेसमेंट से उपर उठेगा। इस दिशा में हम सभी को मिलकर प्रयास करना पड़ेगा। कहा कि सरकार जल्द ही वर्किंग प्रोफेशनल के लिए बीटेक डिग्री कोर्स शुरू करने जा रही है।
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज ने कहाकि छात्रों को अधिक से अधिक स्किल डेवलप करने पर जोर देना होगा।जिससे कि उद्योगों की मांग के अनुसार उन्हें तैयार किया जा सके। वर्तमान दौर नई तकनीकी का है। संस्थानों को अपने यहां इस तरह के कार्यक्रम शामिल करने चाहिए जिससे कि छात्र उनसे परिचित रहें। कहा कि बड़ी कंपनियों के साथ एमओयू करके छात्रों को प्रशिक्षित करना होगा।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो0 जेपी पांडेय ने कहा कि यह कार्यक्रम टीपीओ के बीच समन्वय स्थापित करने के साथ ही उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्लेसमेंट कराने के लिए तैयार करना भी है। विभिन्न कार्यक्रमों, प्रशिक्षण, वर्कशॉप के जरिये छात्रों को प्लेसमेंट के लिए तैयार करना होगा। उद्योगों की मांग के अनुरूप कैरिकुलम बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय के पुरातन छात्रों को जोड़कर उनसे छात्रों का मार्गदर्शन कराया जाएगा। जिससे कि छात्र पूरी तरह से तैयार हो सकें। उन्होंने कहाकि अब उद्योग प्लेसमेंट के लिए किसी संस्थान में नहीं जा रहे हैं। बल्कि ऑनलाइन माध्यम से दूरदराज के संस्थानों में भी प्लेसमेंट ड्राइव करा रहे हैं। इस अवसर का लाभ सभी संस्थानों को लेना चाहिए। जिससे कि अधिक से अधिक छात्र प्लेसमेंट पा सकें। छात्रों को जब बेसिक ज्ञान से ज्यादा पता रहेगा तो निश्चित ही कंपनियां उन्हें अपने यहां कार्य करने का अवसर प्रदान करेंगी। कहा कि विश्वविद्यालय आने वाले दिनों में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित कराता रहेगा।
दो पोर्टल की हुई लांचिंग
कार्यक्रम के दौरान प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने मेंटर एंड मेंटी पोर्टल और ट्रेनिंग कोर्सेस पोर्टल लांच किया। मेंटर एंड मेंटी पोर्टल के जरिये संस्थानों में प्लेसमेंट के लिए समन्वय स्थापित होगा। वहीं ट्रेनिंग कोर्सेस पोर्टल में छात्रों को विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग संबंधित कार्यक्रम होंगे।
कंपनियों के साथ हुआ एमओयू
इस मौके पर माननीय मंत्री जी की मौजूदगी में एचसीएल एंड गुवी, टीसीएफएस, सॉफ्ट प्रो, नैस्कॉम और एल एन टी के साथ एमओयू हस्तांतरण हुआ। कंपनियों के अधिकारियों और कुलसचिव श्रीमती रीना सिंह के बीच एमओयू का आदान-प्रदान हुआ। ये कंपनियां छात्रों को प्रैक्टिकल प्रशिक्षण समय-समय पर देंगी। वहीं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिॉनिक्स इंनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी गोरखपुर के साथ हुए एमओयू में कम से कम पांच दिन का निशुल्क इंस्ट्रक्टर लेड ऑनलाइन साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस प्रोग्राम भी छात्रों के लिए होगा। साथ ही सीडेक की ओर से एआई और एमएल तकनीक पर विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किये।
दो कार्यक्रमों की हुई घोषणा
विश्वविद्यालय की ओर से आगामी महीनों में होने वाले दो बड़े आयोजनों की घोषणा आशीष पटेल ने की। विश्वविद्यालय की ओर से जनवरी महीने में मेगा जॉब फेयर का वृहद कार्यक्रम होने वाला है। इसमें 50 से अधिक कंपनियां छात्रों का प्लेसमेंट अच्छे पैकेज पर करेंगी। इसके अलावा फरवरी 2024 में एचआर कॉन्क्लेव का भी आयोजन किया जाना है।
इसके पहले कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और कुलगीत से हुआ। स्वागत भाषण एसो0 डीन ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डॉ. आरसीएस चौहान ने दिया जबकि धन्यवाद कुलसचिव रीना सिंह ने दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनुज कुमार शर्मा और समन्वय सहायक कुलसचिव डॉ. आयुष श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर प्रतिकुलपति प्रो. मनीष गौड़, वित्त अधिकारी सुशील कुमार गुप्ता, प्रो. वंदना सहगल, उप कुलसचिव डॉ. आरके सिंह, डॉ. डीपी सिंह, शिशिर द्विवेदी, हरीश चंद्रा, प्रतिभा शुक्ला सहित अन्य लोग मौजूद रहे।