पढ़ाई के साथ बेटियों को स्कूल-कालेजों में सिखाएं जायें आत्मरक्षा के तौर तरीके
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय की छात्राओं को बताए आत्मरक्षा के गुर
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। जैकसन ग्रुप ने लेट्स गिव होप फाउंडेशन के सहयोग से मंगलवार को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय की 500 से अधिक छात्राओं के लिए महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग का आयोजन किया। सक्षम कार्यक्रम के अंतर्गत एलडीए स्टेडियम अलीगंज में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य छेड़छाड़ और महिला उत्पीड़न जैसी गंभीर समस्याओं पर अंकुश लगाकर बालिकाओं का आत्मविश्वास बढ़ाते हुए उन्हें ऐसे खतरों से खुद निपटने के लिए सक्षम बनाना रहा।
बतौर मुख्य अतिथि मौजूद लखनऊ उत्तर के विधायक डा. नीरज बोरा ने शारदीय नवरात्रि पर प्रदेश सरकार द्वारा मिशन शक्ति के चौथे चरण की शुरुआत का हवाला देते हुए मिशन चंद्रयान में योगदान देने वाली लखनऊ की बेटी ऋतु करिधाल श्रीवास्तव की चर्चा की। उन्होंने कहा कि बेटियों को शिक्षा देने के साथ उनकी शारीरिक क्षमता बढ़ाना, ऊर्जा भरना, उनके भीतर आत्मविश्वास जगाना और कुछ करने का हौसला जगाना समय की आवश्यकता बन गया है। बेटियां मजबूत और सक्षम बनेंगी तो पहले परिवार और फिर समाज भी बेहतर बनेगा। बेटियां अब सामान्य पढ़ाई के साथ खेलों और तकनीकी शिक्षा में भी बहुत आगे जा रही हैं। बालिकाओं को सेल्फ डिफेन्स के तौर तरीके जरूर सीखना चाहिए। ऐसे आयोजनों में ट्रेनिंग के माध्यम से बालिकाएं हर तरह से मजबूत होंगी।
डा. नीरज बोरा ने कहाकि सरकार की मंशा है कि बेटियां सशक्त बने। नवरात्रि में हम जिस शक्ति की आराधना करते है वो क्षमता छात्राओं में है। यह आयोजन महिला सशक्तिकरण को ऊर्जा प्रदान कर रहा है। बेटियों के सामने चुनौतियां आएंगी लेकिन उसका तत्काल समाधान करना है। हमें हिम्मत नहीं हारनी है बल्कि हर चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना है।
बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद पूर्व स्क्वाड्रन लीडर अभय प्रताप सिंह ने कहाकि समाज के कमजोर तबकों के लोगों के साथ ही दिव्यांगों और बालिकाओं-महिलाओं को तरह-तरह के आयोजनों से मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम बनाना हम सबका सामाजिक उत्तरदायित्व है। समाज का सशक्तिकरण होना चाहिए। सभ्य समाज की मूलभूत चीजों में शिक्षा, सुरक्षा बहुत जरूरी है।
जैकसन ग्रुप की सीएसआर हेड राधिका अरोड़ा ने कहा कि हम लेट्स गिव होप फाउंडेशन के साथ मिलकर इस मिशन को हम और भी आगे बढ़ाएंगे, अपना सहयोग देते रहेंगे। प्रधानाचार्या प्रो. अनुराधा तिवारी का कहना था कि एक अच्छे अभियान में हमें जैकसन ग्रुप और लेट्स गिव होप का साथ मिला। हम चाहेंगे कि इस तरह के आयोजन अन्य विद्यालयों-महाविद्यालयों में करने के साथ आगे भी हमारे महाविद्यालय को ज़रूर शामिल करें। हर माता पिता को अपनी बेटियों को पढ़ाई के साथ-साथ आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिलाना चाहिए। उन्होंने कहाकि जिस शक्ति के संचय की बात हो रही है वो सभी छात्राओं में है, केवल उसे उभारने की जरूरत है। सेल्फ डिफेंस हमारा प्राथमिक कर्तव्य है।
अलीगंज स्टेडियम में आये कलारीपयट्टू कर्मा गुरुकुल के प्रशिक्षक इमरान अली का कहना था कि संकट के समय खुद को बचाने के लिए सीखी गई तकनीकें बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा करती हैं और उन्हें सुरक्षित महसूस कराती हैं। विशेषज्ञों ने युवतियों को मुश्किल समय में या किसी के द्वारा अचानक हमला करने पर कैसे बचें, इसके लिए ब्लॉक, पंचिंग और किकिंग की तकनीक के गुर और बारीकियां भी बतायीं समझाईं।
लेट्स गिव होप फाउंडेशन के संस्थापक आशीष मौर्या ने बताया कि हमारा यह मिशन पूरे उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित है। कार्यक्रम में छात्राओं के संग कुमार अविषेक, विवेक श्रीवास्तव, प्रियंका पाल सहित अन्य अधिकारी और महाविद्यालय के प्रोफेसर्स उपस्थित थे।