लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। रीडिफ्यूजन और लखनऊ विश्वविद्यालय ने मिलकर ‘भारत लैब’ की स्थापना की है, जिसका उद्देश्य भारत की जनता के सांस्कृतिक और उपभोक्ता दृष्टिकोण को समझना है। जो भारत की टियर 2 और 3 शहरों और हिंटरलैंड गांवों से उपभोक्ताओ को ट्रैक करने के लिए एक प्रयास है। जुलाई महीने में एक सर्वेक्षण उत्तर प्रदेश के युवा के समय बिताने की आदतों पर किया गया था। शुक्रवार को प्रो. आलोक कुमार राय (कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय) द्वारा दिव्यांशु भदौरिया (मुख्य रणनीतिक अधिकारी, रीडिफ्यूजन) के समक्ष, उत्तर प्रदेश के युवाओं के समय बिताने की आदतों पर एक सर्वेक्षण रिपोर्ट का अनावरण किया गया। इस अध्ययन में यह देखा गया कि है कि भारत के युवा अपना समय कैसे बिताते हैं और उनके घंटों को कैसे भरते हैं।
दिव्यांशु भदौरिया द्वारा भी व्यापक रूप से आगामी सर्वेक्षण के संदर्भ में व्यापार प्रशासन विभाग में स्थापित ‘भारत लैब’ का दौरा किया गया और संलग्न लोगों के साथ संवाद किया गया। जिसका उद्देश्य त्योहारों के मौसम में टियर 2 और टियर 3 शहरों की खर्च करने की आदतों को समझना है। इस सर्वेक्षण में टियर 2 और टियर 3 शहरों पर जोर दिया जाएगा, जिसमें विभाग के एमबीए छात्र और शोधकर्ता सामूहिक रूप से काम करेंगे।
रीडिफ्यूजन और लखनऊ विश्वविद्यालय के बीच यह सहयोग भारत के आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान करने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह पहल गहरे बाजारों और हिंटरलैंड गांवों की ऊर्जा को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे भारतीय समाज को एक समृद्ध भविष्य की ओर मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है।