इसाबेला थोबर्न कॉलेज में बही काव्य रसधारा
हिन्दी के आंचल में सभी भाषाओं का सम्मान : डा. शशिकान्त
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आईटी कॉलेज में गुरुवार को काव्य की रसधारा प्रवाहित हुई। महाविद्यालय की छात्राओं ने स्वरचित कविताओं का पाठ कर अपनी प्रतिभा दिखाई। हिंदी विभाग के तत्वावधान में आयोजित हिंदी दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद हिंदी हितकारिणी सभा के महासचिव डॉ. शशिकांत द्विवेदी ने कहाकि हिंदी के आंचल में सभी भाषाओं का आदर और सम्मान है। हम सबके लिए भाषा मां की तरह है और उसके प्रति वही भाव रखा जाना चाहिए जो अपनी मां के प्रति रखते हैं। विशिष्ट अतिथि राजवीर रतन ने भाषा के उच्चारण पर ध्यान देने तथा बोलचाल में हिन्दी का प्रयोग करने पर बल दिया।
इसाबेला थोबर्न कॉलेज की प्राचार्या डॉ. वी. प्रकाश ने हिंदी से भारतीय भाषाओं का अनुवाद एवं अंग्रेजी भाषा में अनुवाद द्वारा हिंदी भाषा के विकास की बात कही। विभागाध्यक्ष डॉ. नीतू शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि हिंदी भारतीय भाषाओं का समुच्चय है और हम अपनी मातृभाषा के द्वारा ही अपने देश की उन्नति कर सकते हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वस्ति संकृत द्वारा सरस्वती वंदना नृत्य से हुआ। आयुषी दीक्षित ने गीत हिंदी हमारी आन है हिंदी हमारी शान है, हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है, चेतना तिवारी ने मैं उस देश की बेटी हूँ सुनाया। वर्षा शर्मा, नव्यांशी मिश्रा, भूमी वर्मा आदि ने भी काव्य पाठ किया, वहीं श्रेया अग्रवाल ने हिंदी की उपादेयता पर प्रकाश डाला। वृति ने भरतनाट्यम नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। उन्नति गिरी, तनुजा बिष्ट, वामाक्षा शंकर, समृद्धि सेठ, अंशिका यादव एवं गरिमा राजपूत ने कार्यक्रम का संचालन किया। स्निग्धा मिश्रा ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया गया।