– एकेटीयू में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए पांच दिवसीय विशेष कार्यशाला के दूसरे दिन विशेषज्ञों ने कराया प्रैक्टिकल
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। डाॅ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय और सीडेक की ओर से आईओटी पर चल रही कार्यशाला के दूसरे दिन बुधवार को एससी एसटी छात्रों को सेंसर प्रोग्रामिंग के बारे में बताया गया। इस दौरान छात्रों ने प्रैक्टिकल भी किया। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की ओर से आयोजित कार्यशाला में छात्रों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स के प्रोटोकाॅल और एप्लिकेशन की जानकारी दी जाएगी।कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के निर्देशन में चल रही कार्यशाला के दूसरे दिन सीडेक के प्रोजेक्ट इंजीनियर सुर्यांश धाकरे और शेख आसिफ ने छात्रों को आईओटी की थ्योरी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान छात्रों को आईओटी प्रोटोकाॅल, यूआर्ट, आईटूसी, एसपीआई के बारे में बताया। विशेषज्ञों ने छात्रों को सेंसर प्रोग्रामिंग के बारे भी अनुभव साझा किया। साथ ही छात्रों को प्रैक्टिकल भी कराया गया। हर छात्र को अलग-अलग कम्प्यूटर पर विशेषज्ञों ने प्रोग्रामिंग और एप्लीकेशन नियंत्रण के बारे में बताया। इस मौके पर छात्रों ने भी विशेषज्ञों से जानकारी ली। इस मौके पर डीन ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रो. अरूणिमा वर्मा ने कहाकि एससी-एसटी छात्रों के लिए यह कार्यशाला काफी फायदेमंद है। इन पांच दिनों में छात्र आईओटी के बारे में बहुत कुछ जान जाएंगे। कार्यशाला में छात्रों को करीब आठ हजार रूपये का ट्रेनिंग किट भी प्रैक्टिकल के लिए दी गयी है। इस मौके पर प्रतिभा शुक्ला, शिशिर द्विवेदी, हरीश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।