– विश्वविद्यालय कराने जा रहा है संबद्ध संस्थानों के बीटेक, एमटेक, एमसीए और एमबीए छात्रों के लिए निःशुल्क चार से आठ सप्ताह का ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स
– मल्टीनेशनल कंपनियों की मांगों के अनुरूप छात्रों को किया जाएगा तैयार, कोर्स में शामिल होने के लिए कराना होगा 25 अगस्त तक पंजीकरण
लखनऊ (शम्भू शरण वर्मा/टेलीस्कोप टुडे)। यदि आप बीटेक, एमटेक एमबीए और एमसीए के छात्र हैं तो डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय सुनहरा अवसर लेकर आया है। आपको आधुनिक तकनीकी से प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालय वाईबीआई फाउंडेशन के साथ मिलकर नई उभरती तकनीकी में इंटर्नशिप कराने जा रहा है। चार से आठ सप्ताह के इस सर्टिफिकेट कोर्स के दौरान विशेषज्ञ छात्रों को मल्टीनेशनल कंपनियों की मांग के अनुसार तैयार करेंगे। यह ऑनलाइन कोर्स छात्रों के लिए निःशुल्क रहेगा। इसमें शामिल होने के लिए छात्रों को 25 अगस्त तक पंजीकरण कराना होगा। विश्वविद्यालय से जुड़े साढ़े सात सौ से ज्यादा संस्थानों के छात्र इसमें भाग लेंगे।
कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के निर्देशन में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की ओर से छात्रों के लिए यह सर्टिफिकेट कोर्स कराया जा रहा है। विभाग की डीन प्रो. अरूणिमा वर्मा के नेतृत्व में कोर्स ऑनलाइन होगा। इसमें विशेषज्ञ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, पाइथन, क्लाउड कम्प्यूटिंग, एनालिटक्स, डाटा साइंस में प्रशिक्षित करेंगे। दरअसल वर्तमान में इन तकनीकियों का तेजी से चलन बढ़ा है। ज्यादातर कंपनियां इनमें प्रशिक्षित छात्रों को अधिक मौका दे रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए यह इंटर्नशिप प्रोग्राम किया जा रहा है।
ये छात्र ले सकते हैं हिस्सा
इस ऑनलाइन कोर्स में बीटेक ‘‘सीएसई, आईटी, ईई, ईईई, ईसी, मैकेनिकल, सिविल और केमिकल इंजीनियरिंग सहित अन्य ब्रांच के अलावा एमबीए और एमसीए एमटेक छात्र हिस्सा ले सकते हैं। इसके लिए छात्रों को पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण करने के लिए छात्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट देख सकते हैं।
विशेषज्ञ देंगे प्रशिक्षण
छात्रों को एक महीने के कोर्स के दौरान प्रशिक्षण उद्योग और तकनीकी विशेषज्ञ देंगे। जिससे की छात्र सीधे इंडस्टी की मांग के अनुसार तैयार हो सकें। इस दौरान छात्रों के लिए डाउट सेशन भी होगा। जिसमें वो अपनी समस्याएं विशेषज्ञों से पूछ सकेंगे। जिसका अनुभव छात्रों को आगे काम आएगा। वहीं छात्रों को साक्षात्कार के लिए तैयार किया जाएगा। साथ ही बायोडाटा बनाने का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।