लखनऊ। विक्रम संवत और भारतीय नव वर्ष को पूरे विश्व में प्रचारित एवं मुखरित करने हेतु कृत संकल्पित “नव वर्ष चेतना समिति” की महत्वपूर्ण बैठक आज “सम्राट विक्रमादित्य पार्क” रायबरेली रोड पर संपन्न हुई। जिसमें समिति के पदाधिकारियों के अलावा विशिष्ट अतिथि के रुप में महापौर संयुक्ता भाटिया एवं पवन सिंह चौहान (सदस्य विधान परिषद) और संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सक सहित संघ के विशिष्ट पदाधिकारी उपस्थित रहे। नव वर्ष चेतना समिति का विगत 13 वर्षों से अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल रहे डॉ. गिरीश गुप्ता ने समिति के कुछ और विशिष्ट पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की। उन्होंने बताया कि भारतवर्ष में बहुप्रतीक्षित बन रहे रामलला के मंदिर के प्रति सभी की लालसा श्रद्धा और आस्था सर्वविदित है। परंतु आज से करीब 2000 वर्ष पूर्व भगवान श्रीराम के प्रथम मंदिर का निर्माण कराने का श्रेय हिंदुत्व के अमिट हस्ताक्षर सम्राट विक्रमादित्य को ही जाता है। आज जब कि सदियों के संघर्ष के बाद भगवान राम का भव्य मंदिर बनने के कगार पर है उसका रास्ता यहीं लखनऊ से होकर जाएगा। लोग प्रथम सम्राट विक्रमादित्य जी का दर्शन करेंगे। यहीं से अयोध्या का प्रवेश का द्वार भी प्रशस्त होगा।
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि भारत वर्ष में उज्जैन के बाद सम्राट विक्रमादित्य की प्रथम प्रतिमा रायबरेली रोड स्थित इसी सम्राट विक्रमादित्य पार्क में लगाने हेतु अनुमोदित कर ली गई है। जल्दी प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। एमएलसी पवन सिंह चौहान का आभार व्यक्त करते हुए सचिव सुनील अग्रवाल ने बताया कि सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर टिकट का विमोचन तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक के हाथों 2006 में होना था उस समय कोष की सहायता पवन सिंह चौहान के द्वारा ही की गई थी। विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय संगठन सचिव इतिहास संकलन समिति संजय मिश्रा ने बताया अब संस्कृति के आक्रमण का समय आ गया है। अब हम जो बोलते हैं उसका श्रवण पूरा विश्व करता है। इसलिए हमें अब और एक कदम आगे बढ़ाना होगा। समिति की मुख्य संरक्षिका रेखा त्रिपाठी, क्षेत्र के विशिष्ट संपर्क प्रमुख हरमेश चौहान, प्रांत के विशेष संपर्क प्रमुख प्रशांत भाटिया, सम्राट विक्रमादित्य सेवा केंद्र के संयोजक ओम प्रकाश पांडे एवं सहसंयोजक आनंद पांडे, अपेक्स ट्रामा सेंटर के निदेशक डॉ. राजकुमार, डॉ. निर्मल गुप्ता, होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के चेयरमैन डॉक्टर बीएन सिंह, सुधीर हलवासिया सहित तमाम विशिष्ठ सामाजिक व्यक्तित्वों का समागम हुआ।