लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। स्तनपान विश्व का सर्वोत्तम आहार है। ये माँ और शिशु के बीच एक रूहानी ममता का रिश्ता जोड़ता है। प्राचीन काल से ही स्तनपान का प्रचलन रहा है। जो शिशु स्तनपान नहीं कर पाते उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर रहती है। उक्त विचार शुक्रवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज में गृह विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित विश्व स्तनपान सप्ताह का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर रश्मि बिश्नोई ने व्यक्त किए।

इसके पूर्व गृह विज्ञान विभाग की शिक्षिका प्रोफ़ेसर शिवानी श्रीवास्तव एवं डाक्टर हेमलता पांडे ने सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला पर प्रकाश डालते हुए कहाकि सप्ताह के दौरान व्याख्यान स्लोगन पीपीटी प्रस्तुति करण के माध्यम से जागरूकता संबंधी कार्यक्रम का आयोजन होगा। साथ ही मलिन बस्तियों का भी सघन दौरा किया जाएगा।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद डा. देविना सहाय ने स्तनपान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विकासशील देशों में इसकी नितांत आवश्यकता है।
प्रोफ़ेसर शिवानी श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक, कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रहीं।
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