जिम कॉर्बेट की ‘माई इंडिया’ अब हिंदी में उपलब्ध
वर्धा (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के मानव विज्ञान विभाग के शिक्षक डॉ. वीरेन्द्र प्रताप यादव और डॉ. निशीथ राय ने जिम कॉर्बेट की विश्व-प्रसिद्ध पुस्तक ‘माई इंडिया’ का हिंदी अनुवाद कर ‘मेरा भारत’ शीर्षक से हिंदी में उपलब्ध कराई है, जो साहित्य जगत में एक नए अध्याय को जोड़ती है।
पुस्तक ‘मेरा भारत’ का फ्लैप साहित्य अकादमी से सम्मानित सुप्रसिद्ध कवयित्री एवं कथाकार अनामिका ने लिखा है। उन्हीं के शब्दों में “हर स्मृति की अपनी लय होती है। स्मृति की लय पहले एक भाषा में उतरी, वहाँ से दूसरी भाषा में। यह प्रक्रिया एक चट्टान से दूसरी तक प्रपात के उतरते चले जाने की प्रक्रिया जैसी आवेगमयी और जीवंत बनी रहे—ऐसा कम ही अनुवादों में संभव हो पाता है। यहाँ यह संभव हुआ है, यही इस बात का प्रमाण है कि जिम कॉर्बेट नामक इस महामानव का मनोछन्द वीरेन्द्र प्रताप यादव और निशीथ राय जैसे युवा प्रकृतिविदों से मिलता-जुलता है, जो मानवशास्त्र के आधिकारी विद्वान भी हैं।

जिम कॉर्बेट ने माई इंडिया इस पुस्तक में भारत के ग्रामीण जीवन और वन्य परिवेश का मार्मिक चित्रण किया है। नैनीताल और मोकामा घाट के आसपास के क्षेत्रों में बिताए अपने अनुभवों के माध्यम से उन्होंने भारत के साधारण, मेहनती और ईमानदार लोगों की जिंदगी को करीब से दर्शाया है। यह पुस्तक भारत की सामाजिक, सांस्कृतिक और पारिस्थितिक विविधता को उजागर करती है।
यह पुस्तक हिंदी पाठकों को भारत की प्राकृतिक सुंदरता, ग्रामीण जीवन की सादगी और सांस्कृतिक समृद्धि से जोड़ती है। वीरेन्द्र प्रताप यादव और निशीथ राय के अनुसार, यह कृति हिंदी पाठकों को न केवल प्रेरित करेगी, बल्कि उन्हें अपने देश की जड़ों से जोड़ेगी। 295 रुपये कीमत वाली यह पुस्तक अमेज़न पर उपलब्ध है। इस पुस्तक को आधार प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड, पंचकूला, हरियाणा ने प्रकाशित किया है।