लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। राष्ट्रीय सेवा योजना, क्यू-क्लब/स्वास्थ्य क्लब जन-स्वास्थ्य विभाग, श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय द्वारा आयुष्मान भारत अभियान पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन डॉ0 रविकान्त सिंह (जनरल मैनेजर, आयुष्मान भारत, उत्तर प्रदेश सरकार) ने किया।
विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह अभियान, गरीब एवं अल्प-आय वर्ग के लोगों को चिकित्सा सेवाओं की निःशुल्क उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं उनके ऊपर पड़ने वाले आर्थिक भार को कम करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस अभियान के अन्तर्गत दो प्रकार से जन-सामान्य के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की जा रही है।

आयुष्मान भारत में प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा लाभ कवर निर्धारित है। इसके अन्तर्ग लगभग सभी स्वास्थ्य सेवाओं हेतु अस्पताल में भर्ती के दौरान होने वाले खर्च के साथ-साथ डिस्चार्ज के बाद के खर्चों को शामिल किया गया है। इसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएँ, बच्चे और बुजुर्ग) स्वास्थ्य लाभ से वंचित न हो जाए।
इसके अर्न्तगत परिवार के आकार और आयु पर कोई सीमा नहीं है। लाभ कवर में सभी पहले से मौजूद बीमारियों को पॉलिसी के पहले दिन से ही कवर किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में अब तक 5854 अस्पतालों को एक्रीडेट किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश में 30853 आयुषमान आरोग्य मन्दिर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 12 प्रकार के संचारी रोगों एवं गैर-संचारी रोगों की पहचान, इलाज एवं संदर्भन सेवाएं दी जा रही हैं।

कार्यशाला के दौरान स्वास्थ्य क्लब के सहसमन्वयक डॉ. राम प्रताप यादव विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी एवं जन स्वास्थ्य विभाग के समन्वयक डॉ. अनिल कुमार, एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अरूण सिंह, जन-स्वास्थ्य विभाग की असिस्टेण्ट प्रोफेसर डॉ. खुशबू एवं एमपीएच की छात्रा- डॉ. निधि, डॉ. छाया यादव, पूनम यादव सहित 65 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। डॉ0 राम प्रताप यादव ने मुख्य अतिथि डॉ0 रविकान्त सिंह, विद्यार्थियों एवं स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं को कार्यशाला में प्रतिभाग हेतु धन्यवाद दिया।