लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। पर्वतीय महापरिषद द्वारा गोमा तट पर आयोजित 10 दिवसीय उत्तरायणी कौथिग-2025 के सातवें दिन सोमवार को प्रथम सत्र का शुभारंभ महेन्द्र पन्त के नेतृत्व में उत्तरायणी गीत ’’उत्तरेणी कौथिग मा सभन को सत्कार छो…’’ के साथ हुआ। वहीं विभिन्न क्षेत्रों से आए 7 झोड़ा दलों ने पारम्परिक उत्तराखण्डी गानों पर झोड़ा चांचरी नृत्य की धमाकेदार प्रस्तुतियां दीं।
सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में पहाड़ी धुनों पर देशी ठुमका प्रतियोगिता में इन्दिरा नगर से सविता बिष्ट, सुगामऊ से दीपा पाण्डेय ने व झूमिगो-छपेली प्रतियोगिता में गोमती नगर शाखा, इन्दिरा नगर-2, दीपा पाण्डेय, नीलमथा से पिंकी नौटियाल ने प्रतिभाग किया। अपनी बोली अपनी भाषा प्रतियोगिता, गायन प्रतियोगिता ’’पहाड़ की आवाज’’ में विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों ने प्रतिभाग लिया।
चित्रकला प्रतियोगिता 2025 के परिणाम घोषित किए गए। जिसमें भवयांशा उप्रेती प्रथम, कुणाल कश्यप द्वितीय स्थान पर रहे। वहीं सांत्वना पुरस्कार वर्तिका मिश्रा, रूपांशी बृजवाल व निष्ठा भट्ट के नाम रहा।
सांयकालीन सत्र का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि मौजूद चीफ मैनेजर स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया जया अवस्थी व विशिष्ठ अतिथि राज्य भाषा अधिकारी स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया दिनेश मणि ने दीप प्रज्वलित कर किया। अतिथि का स्वागत महापरिषद के संयोजक केएन चन्दोला, अध्यक्ष गणेश चन्द जोशी, महासचिव महेन्द्र सिह रावत उपाध्यक्ष सुमन रावत, पान सिंह बिष्ट, देवेन्द्र मिश्रा ने पुष्पगुच्छ, प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया।
उत्तराखण्ड के लोकगायक चन्द्रप्रकाश, राकेश खनवाल व नीरज चुफाल ने उत्तराखण्डी लोकगीतों के माध्यम श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। उत्तराखण्ड लोहाघाट से आए भैरव राय के दल ’’कुमाऊँ लोक सांस्कृतिक कला दर्पण’’ ने सांस्कृतिक संध्या की बहार ला दी।
इस मौके पर केएन पाण्डेय, शंकर पाण्डेय, मंजू पडेलिया, जानकी अधिकारी, बीना रावत, देवेन्द्र मिश्रा, महेन्द्र पन्त, लक्ष्मण सिंह धामी, भुवन पाण्डेय जहाँवासी, केसी पन्त, पीपी पन्त, गोपाल दत्त जोशी, आनन्द भण्डारी, युवरात सिंह परिहार, डा. आरसी पन्त, गिरिश चन्द्र कोठारी, एनके उपाध्याय, नारायण दत्त पाठक, राजेन्द्र सिंह रावत, लक्ष्मण सिंह भण्डारी, बसन्त भट्ट, गोपाल गेलाकोटी, प्रदीप बिष्ट, कृपाल सिंह रावत, महेन्द्र सिंह मेहता, केएन पाठक, कैलाश बिनवाल, त्रिभुवन बोरा सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।