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बाल निकुंज : कार्यशाला में बोर्ड परीक्षार्थियों को दिया सफलता का गुरु मंत्र

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल, पलटन छावनी शाखा में शनिवार को “मोटिवेशनल बौद्धिक सत्र सक्सेस मंत्रा कार्यशाला” का  आयोजन किया गया। जिसमें बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल एवं बाल निकुंज गर्ल्स एकेडमी के हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट के लगभग 300 छात्र- छात्राएं उपस्थित हुए।

सक्सेस मंत्रा कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद डॉ. मुकेश कुमार सिंह (डिप्टी डायरेक्टर समग्र शिक्षा, उत्तर प्रदेश) ने आगामी बोर्ड परीक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मेरिट में आने के लिये सफलता के विभिन्न मोटिवेशनल मंत्रो से अवगत कराया। साथ ही कॉलेज प्रबंध निदेशक एचएन जायसवाल, कोऑर्डिनेटर सुधीर मिश्रा एवं प्रधानाचार्या रश्मि शुक्ला ने भी बच्चों को सफलता के “गुरु मंत्र” दिए।

मुख्य अतिथि ने स्वामी विवेकानंद की उक्ति “उठो– जागो– लक्ष्य की प्राप्ति करो” और अब्दुल कलाम के उक्ति “सपने दिन में देखो” से उत्साहित करते हुए बताया कि “टेंशन मत लीजिए, टाइम मैनेजमेंट को मजबूती से अमल मे लाइए और अपने लक्ष्य को निर्धारित कर उसकी प्राप्ति  का जिद कर लीजिए। पूजा पाठ की तरह नियमित अध्ययन करिए और सुंदर लेखन पर सतत प्रयत्नशील बने रहिए। 8 घंटे अध्ययन करिए, 8 घंटे की नींद लीजिए एवं 8 घंटों में अन्य सभी कार्यों को निपटाइए।

उन्होंने कहा कि स्मार्ट लेवल पर अपने आप को लाइए, स्मार्ट बनिये, ढाई तीन घंटे लगातार कुर्सी मेज पर सीधे बैठकर पढ़ने का प्रयत्न करिये। नींद व आलस्य को दूर रखने के लिए योगा व व्यायाम भी करिए तथा अध्ययन के दौरान बीच-बीच में ठंडे पानी से हाथ मुंह धो लिया करिए, नींद व आलस्य दूर-दूर तक नजर नहीं आएंगे। बोर्ड परीक्षा ही नहीं कोई भी सर्विस की परीक्षा की तैयारी कर रहे हो तो उस समय  अपने आप को बीमारी से सजकता से बचाइए नहीं तो आपकी सारी मेहनत व्यर्थ हो जाएगी। मन की चंचलता पर कंट्रोल करिए डिस्टरबेंस पर ध्यान मत दीजिए।

छात्रा सम्भवी शुक्ला के प्रश्न “पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कैसे करें?” के उत्तर में मुख्य अतिथि ने बताया कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कोर्स की पढाई के साथ ही होती है। इसके लिए 2 घंटे का समय निकालें और महत्वपूर्ण विषयों पर सामान्य अध्ययन के रूप में अध्ययन करें। छात्रा काव्यांशी के प्रश्न “सभी अंक प्राप्त करने के पीछे भागते हैं पूर्ण व गहन अध्ययन को क्यों नहीं अपनाते?” के उत्तर में मुख्य अतिथि ने बताया कि उच्च मेरिट के कट ऑफ का समय है इसमें अच्छे अंक प्राप्त करना अनिवार्य है अन्यथा आप पीछे रह जाएंगे। पूर्ण व गहन अध्ययन तो पूर्ण सत्य है ही किंतु इसमें अधिक एनर्जी और समय की आवश्यकता होती है। जो कम समय के लिए कठिन कार्य है।

सभी बच्चों ने ध्यान को एकाग्र कर मुख्य अतिथि के सुझाए हुए तौर तरीकों को अमल में लाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के साथ प्रबंध निदेशक, कोऑर्डिनेटर, प्रधानाचार्या रश्मि शुक्ला, उप प्रधानाचार्य एवं इंचार्ज तथा सीनियर कक्षाओं के अध्यापक अध्यापिकायें उपस्थित रहे।