उमड़ी भीड़, जमकर की खरीदारी, लिया लजीज़ व्यंजनों का लुत्फ
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट एवं प्रगति इवेंट के संयुक्त तत्वावधान में अवध शिल्प में चल रहे लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव के पांचवें दिन रविवार को साहित्यिक चर्चाओं के साथ लोकगीतों व नृत्य ने समां बांधा। पांचवी सांस्कृतिक संध्या में बतौर मुख्य अतिथि महापौर सुषमा खर्कवाल एवं विशिष्ट अतिथि भाजपा नेत्री अपर्णा बिष्ट यादव के साथ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, उपाध्यक्ष एनबी सिंह, संदीप बंसल, पवन पाल, प्रिया पाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
महोत्सव में मिशन सशक्तिकरण समिति की ओर से “नारी तेरे रूप अनेक” कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में वीरप्रसूता पर सविता व्यास, वाणी अलंकृता पर डॉ. शोभा दीक्षित भावना, रेणु मिश्रा, सांस्कृतिक सुता पर डॉ. रूबी राज सिन्हा, शताक्षी कुमार स्वयं सिद्धा – डॉ. सुधा मिश्रा, मोनिका, शक्ति स्वरूपा पर साधना मिश्रा, डॉ. सीमा गुप्ता, गीतिका चतुर्वेदी, साहित्य निधि पर रश्मि लहर, नीरजा नीरू, युवा भारत सशक्त भारत पर अपूर्वा सिंह, कनिष्का जायसवाल, दीपांशी भृगुदीप, योग है तो तन निरोग है पर डॉ. प्राची जैन, लोक संस्कृति की झलक पर खुशबू सिंह, डॉ. ज्योत्सना सिंह, लोक गीत पर कविता सिंह, लक्ष्मी सिंह, जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि विषय पर लोकेश त्रिपाठी ने अपने विचारों से लोगों को जागरूक किया।
वहीं गौरैया संस्कृति संस्थान द्वारा रंजना मिश्रा के संयोजन में रीना टण्डन व साथी कलाकारों अनुमेहा, भावना शुक्ला, अपर्णा सिंह, सुषमा प्रकाश, कविता सिंह, अंजलि सिंह, साधना पाण्डेय, रेखा मोहन, रोली,आभा मिश्रा,आभा शुक्ला, ममता श्रीवास्तव ने सम्वेत स्वरों में वैवाहिक संस्कार गीतों को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
हनु श्री ट्रस्ट की प्रस्तुति के अन्तर्गत रागिनी, पूजा श्रीवास्तव के संयोजन में मानुषी पांडेय, मिठिका वर्मा, अदिति वर्मा, अनिका गुप्ता, नविका श्रीवास्तव, शाम्भवी गुप्ता, मिष्टी सिंह, वेदांती गुप्ता, वैभवी गुप्ता, प्रिया जायसवाल, वैष्णवी राय ने जहां फिल्मी, गैर फिल्मी गीतों पर नृत्य कर लोगों का दिल जीता वहीं ओम प्रकाश, राम लखन, राज कुमार, सुभाषचंद्र और श्यामलाल ने पारम्परिक अवधी लोकगीतों की सरिता प्रवाहित की।
वीकएंड पर लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव में उमड़ी भीड़
वीकएंड के कारण लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव में सुबह से ही लोगो का तांता लगा रहा। लोगों ने सहारनपुर के फर्नीचर, भदोही के कालीन, स्वयं सहायता समूहों के घरेलू उत्पाद जैसे पापड़, अचार, मसाले, कश्मीरी ड्राई फ्रूट्स, हस्तनिर्मित बटुए, चादर, सलवार सूट और साड़ी की खरीदारी की तो वहीं बच्चों सहित बड़ों ने झूलो का आनन्द उठाया तो वहीं दूसरी ओर राजस्थानी, गुजराती, साउथ इन्डियन और अवधी व्यंजनों का लुत्फ भी लिया।