भा रही तमिलनाडु की कंजीवरम सिल्क और तेलांगना की उपाडा सिल्क साड़ी
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उमंग आर्ट एंड क्राफ्ट एक्स्पो द्वारा आयोजित “फाइबर टू सिल्क फैब” प्रदर्शनी व सेल महिलाओं को लुभा रही है। मोती महल लॉन 2, राणा प्रताप मार्ग में यह प्रदर्शनी दिनांक 24 से 28 अगस्त तक प्रातः 11 बजे से रात्रि 9:30 बजे तक चलेगी। उमंग आर्ट एंड क्राफ्ट्स एक्स्पो के आयोजक आशीष कुमार गुप्ता ने बताया कि फाइबर टू सिल्क फैब प्रदर्शनी व सेल में देशभर से आए सिल्क बुनकरों व डिजाईनरो ने अपने अपने प्रदेश संस्कृति काव्य और त्योहारों को सिल्क पर छापा है। प्रदर्शिनी का मकसद देशभर के सिल्क उत्पादों का एक ही छत के तले प्रदर्शित करना है।रक्षाबंधन के मौके पर विशेष छूट भी मिल रही है।
प्रदर्शिनी में गुजरात की पटोला सिल्क, तेलांगना की उपाडा सिल्क, तमिलनाडु की कांजीवरम सिल्क, महाराष्ट्र की पैठानी सिल्क पर की गई कलाकारी लोगो को अपनी ओर खीच रही है। इस प्रदर्शनी में पश्चिम बंगाल के काला हस्ती से आए बुनकर ने भगवान श्री कृष्ण के नोका विहार का दृश्य सिल्क पर पेंट किया किया है। इस दृश्य में भी तमिलनाडु से आए बुनकर 1 ग्राम सोने की जरी से तैयार साड़ी लेकर आये है। इस ट्रेडिशनल कांजीवरम साड़ी को बनाने में 2 माह का समय लगा है। आंध्रा के पोचमपल्ली से आए डिजाईनर ने सिल्क पर ग्रामीणों के जनजीवन को उकेरा है। गांवो के मेले, खेतो में जाती बैलगाड़ी के दृश्य और आदिवासी जनजीवन की झलक सिल्क को खास बना रही है। इसी साड़ियों को लधाख के त्रिपुड़ा में भेड़ो के बाल को सूतकर बनाया जाता है और फिर इन पर पेंटिंग की जाती है। दस साड़ियों पर बनी डिजाइनरों में कश्मीरी केशर की डिजाइन के साथ ही कश्मीरी कहावा भी है। इसके साथ ही प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ से कोसा, घिचा, मलबरी रॅा सिल्क, एब्लॉक प्रिंटेड सिल्क साड़ी गुजरात से बान्धनी, पाटोला कच्छ एम्ब्रोयडरी, मिरर वर्क एवं डिजाइनर कुर्ती, मध्य प्रदेश से चंदेरी, महेश्वरी काटन एण्ड सिल्क साडी सूट, डकारी जामदानी एवं बनारसी सिल्क, तान्चोयी सिल्क, मैसूर सिल्क की साड़ियों के साथ धर्मावरम तस्सर, ढाका, डिजाइनर ब्लाउज, सलवार सूट, पंजाब की फुलकारी वर्क सूट व साडी हैदराबाद की हैवी नेकलेस, नोज पिन, रिंग, बैंगल्स, मांग टीका, कमरबंद और मुंबई वेस्टर्न पैटर्न ज्वैलरी व पालकी ज्वैलरी भी है।