जाके प्रिय न राम वैदेही तजिए ताहि….
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। लोक संस्कृति शोध संस्थान की ओर से गुरुवार को आयोजित लोक चौपाल में गोस्वामी तुलसीदास की जयन्ती मनायी गयी। इन्दिरा नगर के सेक्टर आठ स्थित ईश्वरधाम मन्दिर परिसर में तिलक देत रघुवीर शीर्षक आयोजन में तुलसीदास के भक्ति पदों पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं।
संस्थान के अध्यक्ष जीतेश श्रीवास्तव ने कहा कि तुलसीदास ने कविताओं के माध्यम से समाज को नैतिकता, धर्म और संयम का मार्ग दिखाया। विपरीत परिस्थितियों में धैर्य और संयम रखने तथा चिंता को व्यर्थ बताते हुए भगवान पर अटूट विश्वास रखने की प्रेरणा दी।

वरिष्ठ गायिका आशा श्रीवास्तव के निर्देशन में हुई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का शुभारम्भ तुलसी वन्दना से हुआ। इसके बाद कवितावली की रचना मुनि के संग विराजत वीर, विनय पत्रिका की रचना सुनु मन मूढ़ सिखावन मेरो, जाके प्रिय न राम वैदेही तजिए ताहि कोटि वैरी सम जद्यपि परम सनेही, राम राम, राम राम, राम राम जपत, श्रीकृष्ण गीतावली की रचना भली कही आली हमहुं पहिचाने, गोपाल गोकुल बल्लवी प्रिय तथा तुलसीदास के दोहों का सस्वर गायन हुआ।
जिसमें अर्चना गुप्ता, सरिता अग्रवाल, वीना सक्सेना, अनुज श्रीवास्तव, चित्रा जायसवाल, देवेश्वरी पंवार, डा. विनीता सिंह, ज्योति किरन रतन, प्रतिमा मिश्रा, प्रीति श्रीवास्तव, शकुन्तला श्रीवास्तव, सुषमा प्रकाश, शिखा राज, मालविका राय, रिंकी सिंह, चित्रा श्रीवास्तव, अंशुमान मौर्य आदि सम्मिलित रहे।

वहीं संगीत भवन की ओर से निवेदिता भट्टाचार्य के निर्देशन में लघु रामायण नृत्य नाटिका हुई। जिसमें सौम्या गोयल, अविका गांगुली, आद्रिका मिश्रा, गुनाश्री आर, अथर्व श्रीवास्तव, कर्णिका सिंह, अमेया सिंह, सोनिया धर्मपाल, विनीता मिश्रा, दीपिका मौरीसन ने जीवन्त अभिनय किया। कार्यक्रम का संचालन अर्चना गुप्ता, डा. सुधा द्विवेदी तथा आभार ज्ञापन शारदा पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम में सुशील श्रीवास्तव, शशांक शर्मा, अम्बरीश सिंह, सौरभ कमल, डॉ. एस.के. गोपाल सहित अन्य मौजूद रहे।