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सीआईएसएफ कर्मियों और उनके परिवारों को प्रदान की मानसिक स्वास्थ्य सहायता

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट की फाउंडर और चेयरपर्सन नीरजा बिड़ला और सीआईएसएफ के डीजी आर.एस. भट्टी ने संयुक्त रूप से आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट की एक पहल, एमपावर द्वारा संचालित मानसिक स्वास्थ्य पहल, प्रोजेक्ट मन की प्रगति की समीक्षा की। यह प्रोजेक्ट नवंबर 2024 में सीआईएसएफ और आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट के बीच हुए समझौते के तहत लागू किया जा रहा है।

एमपावर की योग्य मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ टीम ने जागरूकता निर्माण, काउंसलिंग, क्लीनिकल हस्तक्षेप और सीआईएसएफ कर्मियों के प्रशिक्षण के माध्यम से बल में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को मजबूत किया है। अब तक प्रोजेक्ट मन ने 75,000 सीआईएसएफ कर्मियों और उनके परिवारों को सहयोग प्रदान किया है। एमपावर ने 8,506 अधिकारियों और उप-अधिकारियों को प्रशिक्षित भी किया है ताकि वे सामान्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान और प्रबंधन कर सकें तथा गंभीर मामलों को विशेषज्ञों तक पहुँचा सकें। इस दो-स्तरीय ढाँचे से जमीनी स्तर पर मनोवैज्ञानिक सहयोग अधिक सुलभ हुआ है। 

आईजीआई एयरपोर्ट, संसद, दिल्ली मेट्रो जैसी संवेदनशील इकाइयों में 21,000 कर्मियों का सायकोमेट्रिक आकलन किया गया ताकि संभावित समस्याओं की प्रारंभिक पहचान की जा सके। इस पहल के परिणामस्वरूप अवसाद, वैवाहिक तनाव, आर्थिक दबाव आदि मामलों में काउंसलिंग और सलाह संबंधी कदम उठाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 और 2025 के दौरान सीआईएसएफ में आत्महत्या दर राष्ट्रीय औसत से नीचे आ गई है, जो इस पहल के प्रभाव को दर्शाता है। प्रोजेक्ट मन की सफलता और प्रभाव को देखते हुए डीजी सीआईएसएफ और नीरजा बिड़ला ने इस पहल के लिए अपने सहयोग को आगे जारी रखने का निर्णय लिया है। 

इस अवसर पर डीजी सीआईएसएफ ने कहा, “मानसिक स्वास्थ्य हमारे कर्मियों के लिए शारीरिक फिटनेस जितना ही महत्वपूर्ण है। यह पहल हमारे आंतरिक सहयोग तंत्र को मजबूत करती है और सुनिश्चित करती है कि हमारे कर्मी भावनात्मक रूप से सक्षम, केंद्रित और परिचालन के लिए तैयार रहें।”

एमपावर व आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट की फाउंडर चेयरपर्सन नीरजा बिड़ला ने कहा, “सीआईएसएफ के साथ हमारी दीर्घकालिक साझेदारी इस बात का प्रमाण है कि जब मानसिक स्वास्थ्य को संस्थागत रूप से अपनाया जाता है तो कितना सकारात्मक परिवर्तन संभव है। पिछले तीन वर्षों में, प्रोजेक्ट मन ने 75,000 से अधिक कर्मियों को काउंसलिंग, सायकोमेट्रिक स्क्रीनिंग, सहकर्मी सहभागिता और 24×7 हेल्पलाइन के माध्यम से सहयोग दिया है। हम सीआईएसएफ की समग्र कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं।