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केबीसी ग्लोबल लिमिटेड ने 1ः1 अनुपात में बोनस इक्विटी शेयर जारी करने की दी मंजूरी



विस्तार योजनाओं और ऋण कटौती में तेजी लाकर व्यवसाय संचालन में बदलाव लाने का लक्ष्य

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। नासिक स्थित, केबीसी ग्लोबल लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डीरेक्टर्स ने आयोजित बैठक में 1ः1 के अनुपात में बोनस जारी करने को मंजूरी दे दी है (प्रत्येक 1 रुपये के पूर्ण भुगतान किए गए इक्विटी शेयर के बदले एक बोनस इक्विटी शेयर जारी किया जाएगा)। यह निर्णय कंपनी के शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है। कंपनी का लक्ष्य निकट भविष्य में विस्तार योजनाओं गति देना और ऋण कटौती में तेजी लाकर व्यवसाय संचालन में बदलाव लाने का है। बोर्ड ऑफ डीरेक्टर्स ने अधिकृत पूंजी बढ़ाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी और केबीसी ग्लोबल लिमिटेड का नाम बदलकर धरन इंफ्रा-ईपीसी लिमिटेड या आरओसी द्वारा अनुमोदित किसी अन्य नाम का प्रस्ताव रखा।

कंपनी ने केबीसी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, यूके स्थित पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के अध्यक्ष के रूप में श्री नरेश करदा की नियुक्ति को भी मंजूरी दी। कंपनी की ऑर्डर बुक 260 करोड़ रूपये से अधिक है और मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 300 करोड़ रूपये है। बोनस इक्विटी शेयर कंपनी के फ्री रिजर्व, सिक्योरिटीज प्रीमियम अकाउंट और कैपिटल रिडेम्पशन से जारी किए जाएंगे। बोनस इश्यू के लिए कुल 261.43 करोड़ रूपये का उपयोग किया जाएगा, जिसमें बोर्ड की मंजूरी के 60 दिनों के भीतर शेयर क्रेडिट किए जाएंगे। आज की तारीख में कंपनी की शेयर पूंजी 261.43 करोड़ रूपये है, जिसमें 1 रुपये प्रत्येक के इक्विटी शेयरों की समान संख्या शामिल है, जो बोनस जारी होने के बाद बढ़कर 522.87 करोड रूपये़ हो जाएगी।

सेबी विनियमन 30 (2015) के अनुसार, कंपनी नियत समय में बोनस शेयर पात्रता के लिए “रिकॉर्ड डेट“ की घोषणा करेगी। हाल ही में, पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क, फाल्कोन पीक फंड लिमिटेड सहित अन्य निवेशक, कंपनी में कन्वर्टिबल प्रेफरेंशियल वॉरंट जारी करने के माध्यम से 99.50 करोड रूपये तक का निवेश करेंगे। कंपनी के बोर्ड ने 16 अक्टूबर, 2024 को हुई बैठक में गैर-प्रमोटरों को तरजीही आधार पर 2.20 रुपये प्रति वारंट (जिसमें 1.20 रुपये का प्रीमियम शामिल है) की दर से 45.23 करोड़ वारंट जारी करने की मंजूरी दी है। कुल मूल्य 99.50 करोड़ रुपये होगा। प्रत्येक वारंट 1 रुपये के अंकित मूल्य के एक इक्विटी शेयर में परिवर्तनीय होगा और प्रत्येक का पूरी तरह से भुगतान किया जाएगा। इक्विटी इश्यू की आय का उपयोग ऋण के पुनर्भुगतान के लिए किया जाएगा। इसके लिए कंपनी की एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग 15 नवंबर, 2024 को मिली थी।

जारी किए जाने वाले कुल 45.23 करोड़ वारंट में से फाल्कोन पीक फंड (ब्म्प्ब्) लिमिटेड को 26 करोड़ वारंट, पतंजलि परिवहन प्राइवेट लिमिटेड और पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क को 4.55 करोड़ वारंट और फोरसाइट होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड को 2.28 करोड़ वारंट आवंटित करने का प्रस्ताव है। वारंट जारी होने के बाद केबीसी ग्लोबल लिमिटेड में फाल्कोन पीक फंड (सीईआईसी) लिमिटेड की हिस्सेदारी 8.48 प्रतिशत, पतंजलि कंपनियों की 1.48 प्रतिशत और फोरसाइट होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड की हिस्सेदारी 1.04 प्रतिशत होने की उम्मीद है।

वारंट जारी करना सेबी (इश्यू ऑफ केपिटल एंड डिस्क्लोजार रिकवायरमेंट निर्गम) विनियम, 2018 के प्रावधानों के अनुसार है और वारंट को शेष राशि की प्राप्ति के साथ आवंटन के 18 महीनों के भीतर कंपनी के इक्विटी शेयरों में परिवर्तित किया जाएगा। निदेशक मंडल ने सदस्यों के अनुमोदन के अधीन कंपनी के कार्यकारी निदेशक के रूप में सुश्री मुना मक्की को भी नियुक्त किया है।

हाल ही में, केबीसी इंटरनेशनल लिमिटेड (घाना), जो केबीसी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, यूके (केबीसी ग्लोबल लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) की ड्रॉप-डाउन सहायक कंपनी है, ने लाइबेरिया विशेष आर्थिक क्षेत्र प्राधिकरण के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता एसईजेड क्षेत्र में आवासीय भवन परिसरों, कम लागत वाले आवास और वाणिज्यिक स्थानों के निर्माण और विकास के लिए किया गया है, जिसकी अनुमानित लागत 12.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। इस परियोजना के 2025 की दूसरी तिमाही में शुरू होने और तीन वर्षों के भीतर पूरा होने की उम्मीद है। लाइबेरिया विशेष आर्थिक क्षेत्र प्राधिकरण, विशेष आर्थिक क्षेत्र अधिनियम 2017 के तहत लाइबेरिया सरकार द्वारा स्थापित एक इकाई है। यह केबीसी ग्लोबल लिमिटेड को प्राप्त होने वाला दूसरा प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर है।