- उत्तर प्रदेश होगा इस विकास में सबसे आगे
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 25-26 के लिए उत्तर भारत में 50 फीसदी विकास का अनुमान लगाया है। इसमें से ज़्यादातर विकास उत्तर प्रदेश में दर्ज किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि इस अवधि के दौरान उत्तरी क्षेत्र कंपनी के कुल बिज़नेस वॉल्युम में 30 फीसदी योगदान देगा।
शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स लिमिटेड के सीईओ मनीष गर्ग ने कहा, ‘‘उत्तर भारत में हमारा विकास ओद्यौगिक विकास के लिए क्षेत्र की क्षमता को दर्शाता है। हमने कई जाने-माने ब्राण्ड्स जैसे हिंदुस्तान युनिलिवर, पेप्सिको, ऐडवर्ब टेक्नोलॉजीज़, यामाहा मोटर आदि के लिए बड़ी परियोजनाओं को अंजाम दिया है, जिन्होंने क्षेत्र में हमारी सफलता को गति प्रदान की है।”
उन्होंने लखनऊ में अशोक लेलैंड युनिट का दौरा किया और क्षेत्र की सबसे बड़ी पीईबी संरचनाओं में से एक की तैयारियों का निरीक्षण कर रहे हैं। कंपनी उत्तर प्रदेश में अशोक लेलैंड के लिए बड़ी पीईबी युनिट की इंजीनियरिंग और निर्माण में सक्रिय है। साथ ही इलेक्ट्रिक बस के उत्पादन पर ध्यान केन्द्रित करते हुए स्थायी परिवहन में भी उल्लेखनीय योगदान दे रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अशोक लेलैंड प्रोजेक्ट स्थायी विकास और इनोवेशन के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। हमारा जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ, ऐसे में इस प्रदेश से हमें विशेष लगाव है। यूपी के साथ हमारा जुड़ाव सिर्फ हमारे काम तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसके साथ हमारी भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं। हमें गर्व है कि हम प्रदेश के ओद्यौगिक विकास में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 6 माह में अशोक लेलैंड का प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा।”
इसके अलावा मनीष गर्ग कंपनी द्वारा आयोजित आगामी सीजीआई (क्लोज़्ड ग्रुप इंटरैक्शन) इवेंट में बतौर मुख्य प्रवक्ता शामिल हुए। गोमती नगर स्थित होटल ह्यात में आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के जाने-माने आर्कीटेक्ट्स, कन्सलटेन्ट्स और उपभोक्ताओ ने हिस्सा लिया। इंटरआर्क अपने क्षेत्रीय फुटप्रिन्ट को बढ़ाने के लिए अपने किच्चा प्लांट की क्षमता भी बढ़ा रही है।