लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख एवं अवध प्रांत के पूर्व प्रांत प्रचारक बालकृष्ण त्रिपाठी का मंगलवार सुबह राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। बालकृष्ण त्रिपाठी का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र हित व व्यक्ति निर्माण के लिए समर्पित रहा। उनके निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक डॉ. मोहन जी भागवत एवं सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सीएम योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
बालकृष्ण त्रिपाठी का पार्थिव देह अन्तिम दर्शन के लिए भारती भवन रखा गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, राज्यसभा सांसद व पूर्व डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा ने भारती भवन में स्व. बालकृष्ण त्रिपाठी के पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उ.प्र. के क्षेत्र प्रचारक अनिल, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राजेन्द्र सिंह, अवध प्रांत प्रचारक कौशल, इतिहास संकलन के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री संजय, संयुक्त क्षेत्र ग्राम विकास प्रमुख वीरेंद्र सिंह, क्षेत्र कार्यकारिणी के सदस्य रामजी भाई, क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष, राष्ट्रधर्म के निदेशक मनोजकांत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री जयप्रकाश चतुर्वेदी, पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, विधान परिषद सदस्य डा. महेन्द्र सिंह, बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला, विहिप के प्रांत संगठन मंत्री विजय प्रताप, स्वामी रामेश्वर दास, विद्या भारती के क्षेत्र संगठन मन्त्री रामचन्द्र, बाल आयोग की सदस्य डा. शुचिता चतुर्वेदी, सिविल हॉस्पिटल लखनऊ के सीएमओ डा. नरेन्द्र आदि ने भी स्व. बालकृष्ण त्रिपाठी के पार्थिव देह पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
5 भाइयों में दूसरे क्रम पर बालकृष्ण त्रिपाठी का जन्म ग्राम- कंठीपुर, ब्लाक- शिवराजपुर, तहसील- बिल्हौर, कानपुर देहात में 05-03-1937 को हुआ था। उनके पिता स्व. मन्नूलाल त्रिपाठी, माता स्व. शान्ति देवी थी। उन्होंने डीएवी कालेज कानपुर से एम.काम. किया था। शिक्षा पूरी होने के बाद वह कानपुर के एर्गन मिल में एकाउंट मैनेजर पद पर सेवारत थे। कानपुर के तत्कालीन विभाग प्रचारक स्व. अशोक सिंहल की प्रेरणा से नौकरी छोड़कर सन 1962 में वे संघ के प्रचारक निकले और राष्ट्र हित में अपना सार्वजनिक जीवन आरम्भ किया।
प्रचारक जीवन
तहसील प्रचारक बिल्हौर, नगर प्रचारक कानपुर, जिला प्रचारक, विभाग प्रचारक, प्रांत शारीरिक प्रमुख, सह प्रांत प्रचारक, प्रांत प्रचारक अवध प्रांत, संयुक्त क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख, उ.प्र. व उत्तराखंड तथा अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख आदि दायित्वों का उन्होंने निर्वहन किया।
आपातकाल के समय स्व. बालकृष्ण त्रिपाठी ने कानपुर में भूमिगत होकर सक्रिय रूप से काम किया। अपने प्रचारक जीवन में उन्होंने तहसील प्रचारक से लेकर अखिल भारतीय दायित्व तक का सफलतापूर्वक निर्वहन किया। उन्होंने एक सच्चे स्वयंसेवक के रूप में उन्होंने उच्चतम आदर्श स्थापित किये। वर्तमान में उनका केंद्र भारती भवन लखनऊ था।