लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। विज्ञान फाउंडेशन व अजीम प्रेम जी फेलिंथ्रोपिक इनिशिएटिव के संयुक्त तत्वाधान में ‘गिविंग विंग्स टू ड्रीमर्स ’ कार्यक्रम के तहत राज्य संग्रहालय एवं लोक कला संग्रहालय का शैक्षिक भ्रमण कराया गया। इस भ्रमण में कार्यक्रम से जुड़ी तेजस्विनी समूह की 180 किशोरियों ने प्रतिभाग किया। शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किशोरियों को सिंधु घाटी की प्रसिद्ध मूर्तियों के प्लास्टर कास्ट, मुद्रा शास्त्र, पेंटिंग, पांडुलिपियों, वस्त्रो, कला, संस्कृति और ऐतिहासिक विषयों तथा पुरातात्विक अवशेष, आदि के बारे में जानकारी प्रदान करना एवं आगे की पीढ़ियों को इस धरोहर के महत्व को समझाना था।
भ्रमण के दौरान संग्रहालय विभाग से डॉ. अनीता चौरासिया मौजूद रही। उन्होंने बताया कि इस संग्रहालय में पुरातत्व संग्रह को सबसे केंद्रीय माना जाता है। इसमें सिंधु घाटी की प्रसिद्ध मूर्तियों के साथ-साथ मिट्टी की मोहरें, शिलालेख, मिट्टी के बर्तन और ईटों और बांटो सहित अन्य विविध वस्तुएं शामिल हैं। संग्रहालय का प्राथमिक कार्य आसपास की जनता को ज्ञान प्रदान करना और उसे संग्रह के बारे में जानकारी प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि संग्रहालय में एक पुस्तकालय है जो शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े विद्वानों के विशेष अनुरोध पर उपलब्ध है।
विज्ञान फाउंडेशन के धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि किशोरियों के लिए इस संग्रहालय में पहला शैक्षिक भ्रमण है। इस भ्रमण से निश्चित तौर पर किशोरियों को ऐतिहासिक वस्तुओं, कलाओं, संस्कृतियों, तथा पुरातत्वों के बारे में जानकारी हुई है जो उनके शैक्षिक जीवन में काम आयेगी। भ्रमण कार्यक्रम में धर्मेंद्र, शिवानी, मीना एवं सरिता उपस्थित रहे।