लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षान्त समारोह नई दिल्ली स्थित ब्रह्मकमल सभागार में सम्पन्न हुआ। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मौजूद रहीं। केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने उक्त समारोह की अध्यक्षता की। इस विश्वविद्यालय का एक परिसर लखनऊ में भी है। लखनऊ परिसर के निदेशक प्रो. सर्वनारायण झा तथा 20 परिसरीय अध्यापक ने भी इस समारोह में भाग लिया। इसके अतिरिक्त लखनऊ परिसर के लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने भी इस समारोह में भाग ग्रहण करते हुए शास्त्री, आचार्य एवं विद्यावारिधि की उपाधि प्राप्त किया। लखनऊ परिसर के चार अध्यापकों को शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सत्र 2022-23 का शिक्षाश्री कुलपति पुरस्कार के रूप में सम्मान पत्र, अंगवस्त्र तथा रु.50000 (पचास हज़ार) की सम्मान राशि भी दिया गया।
कुलपति पुरस्कार प्राप्त करने वाले अध्यापकों में प्रो. गज़ाला अंसारी (साहित्य), प्रो. भारतभूषण त्रिपाठी (व्याकरण), प्रो. श्यामदेव मिश्र (ज्योतिष) और डॉ. प्रफुल्ल गड़पाल (बौद्धदर्शन एवं पालि) शामिल हैं। वर्ष 2020 में लखनऊ परिसर के आनन्द कुमार को फलित ज्योतिष में, काजल को बौद्धदर्शन में स्वर्णपदक प्राप्त हुआ था। वर्ष 2021 में अभिनव आनन्द पाण्डे को सिद्धान्त ज्योतिष में, विनय कुमार मिश्र को वेद में और संजय कुमार को बौद्धदर्शन में स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ था। वर्ष 2022 में धनञ्जय पाण्डे को वेद में और वर्ष 2023 में विभा मिश्रा को सिद्धान्त ज्योतिष और सोनम उपाध्याय को शिक्षाशास्त्र में स्वर्ण पदक दिया गया। दीक्षान्त समारोह का लाईव टेलीकास्ट उक्त विश्वविद्यालय के सभी 12 परिसरों में किया गया। लखनऊ परिसर के आचार्यों और छात्रों ने उक्त कार्यक्रम को लाईव देखा।