लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। सीतापुर रोड स्थित बोरा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट साइंसेज में हिन्दी पखवाड़ा के अन्तर्गत “मातृभाषा हिन्दी: भूत, वर्तमान एवं भविष्य” विषय पर व्याख्यान का आयोजन परिसर स्थित हरनन्द सभागार में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि डॉ. अरुणेश मिश्र, अध्यक्ष प्रो. कृष्ण चन्द्र वाजपेयी, विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता रमेश प्रसाद अवस्थी, आशीष शुक्ल, प्राचार्य डॉ. गिरीश चन्द्र पाठक, उप-प्राचार्या डॉ. ऋचा दुबे, विभागाध्यक्ष सच्चिदानन्द सिंह, सहायक प्राध्यापिका डॉ. प्राची अवस्थी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन, माँ सरस्वती, स्व. डीपी बोरा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। अर्चना यादव, अनुष्का जायसवाल द्वारा माँ सरस्वती की सुन्दर वन्दना प्रस्तुत की गयी। तत्पश्चात दीपिका वर्मा, वैष्णवी जायसवाल ने गीतों के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि डॉ. अरुणेश मिश्र ने अपने सम्बोधन में मानव जीवन में मातृभाषा के महत्व को स्पष्ट करते हुए इसे सहज अभिव्यक्ति का माध्यम बताया एवं मातृभाषा के रूप में हिन्दी के विकास एवं सम्भावनाओं पर प्रकाश डाला। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में प्रो. कृष्ण चन्द्र वाजपेयी ने हिन्दी के निरन्तर हो रहे वैश्विक विस्तार एवं स्वीकार्यता को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को हिन्दी का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता रमेश प्रसाद अवस्थी एवं आशीष शुक्ल ने अपने सम्बोधन में न्याय एवं प्रशासन की भाषा के रूप में हिन्दी के अधिकाधिक प्रयोग किये जाने की आवश्यकता बताई। अतिथियों का परिचय एवं स्वागत, संस्था के प्राचार्य डॉ. गिरीश चन्द्र पाठक एवं आभार ज्ञापन विभागाध्यक्ष सच्चिदानन्द सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन कुँवर शरद व जया प्रजापति ने किया।
इस अवसर पर संस्थान की उप-प्राचार्या डॉ. ऋचा दुबे, प्राध्यापक देवव्रत मिश्र, राम दुलार, ज्योति पाल, दीपिका, डॉ. प्राची अवस्थी, उज़मा जायसी, मारिया, डॉ. सुषमा मौर्या, डॉ. अनुपमा त्रिपाठी, पूजा विष्ट, शिवांगी, अर्शी रुआब एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।