– सीडेक के साथ मिलकर विश्वविद्यालय 22 से 26 अगस्त तक कराने जा रहा है कार्यशाला
– छात्रों को इंटरनेट के क्षेत्र में दक्ष बनाने के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स की एक्सपर्ट देंगे जानकारी
लखनऊ (शम्भू शरण वर्मा/टेलीस्कोप टुडे)। सुपर 30 की तर्ज पर डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय एससी एसटी के 40 बीटेक छात्रों को इंटरनेट में एक्सपर्ट बनाने जा रहा है। सीडेक, सीएससी और आईईईई के साथ मिलकर विश्वविद्यालय पांच दिवसीय कार्यशाला करा रहा है। जिसमें छात्रों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स की विस्तार से जानकारी तो मिलेगी साथ ही उन्हें प्रैक्टिकल भी कराया जाएगा। जिससे ये छात्र आगे इंडस्ट्री के मुताबिक खुद को तैयार कर सकेंगे। कार्यशाला का शुभारंभ माननीय कुलपति प्रो0 जेपी पांडेय मंगलवार को करेंगे।
पांच दिन दस सत्र
विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की ओर से आयोजित इस पांच दिवसीय कार्यशाला में दस अलग-अलग सत्र आयोजित किये जाएंगे। जिनमें विशेषज्ञ छात्रों को आईओटी के विभिन्न आयामों की जानकारी देंगे। पहले सत्र में आईओटी के बुनियादी जानकारी के साथ केस स्टडीज के बारे में बताया जाएगा। वहीं अन्य सत्रों में आईओटी सिस्टम के लिए माइक्रोकंट्रोलर, सेंसर, आईओटी में वायरलेस तकनीकी ब्लूटूथ, आईओटी डाटा एक्सचेंज प्रोटोकाॅल आदि की जानकारी विशेषज्ञ छात्रों को देंगे। वहीं आईओटी एप्लीकेशन का डेमो भी दिया जाएगा। इसके अलावा छात्रों के सवालों का भी जवाब दिया जाएगा। कार्यशाला में छात्रों को करीब आठ हजार रूपये का टेªनिंग किट भी प्रैक्टिकल के लिए दिया जाएगा। साथ ही प्रमाणपत्र भी मिलेगा।
सीडेक बैंगलुरू से आयेंगे अधिकारी
सेंटर फाॅर एडवांस स्टडीज स्थित शांति स्वरूप भटनागर सभागार में इस कार्यशाला का आयोजन होगा। उद्घाटन सत्र में सीडेक बेंगलुरू के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर डाॅ. एसडी सुदर्शन और ज्वाॅइंट डायरेक्टर श्रीकृष्णा मौजूद रहेंगे। डीन ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रो. अरूणिमा वर्मा के अनुसार अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों को अवसर प्रदान करने के लिए यह कार्यशाला सीडेक के साथ मिलकर आयोजित की जा रही है।