वेलिंगटन : न्यूज़ीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) ने महिला सुपर स्मैश के मौजूदा सत्र के लिए अंक प्रणाली में बड़ा बदलाव करते हुए बोनस प्वाइंट सिस्टम लागू करने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य मैचों में स्कोरिंग रेट बढ़ाना और घरेलू क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना है।नई व्यवस्था के तहत लीग चरण में जीत के लिए मिलने वाले चार अंकों के अलावा, प्रत्येक मैच में टीम एक अतिरिक्त बोनस प्वाइंट भी हासिल कर सकेगी। यह बोनस प्वाइंट तब मिलेगा जब कोई टीम 150 रन या उससे अधिक का स्कोर करेगी—चाहे वह पहले बल्लेबाजी करे या लक्ष्य का पीछा करते हुए। इसके अलावा, दूसरी पारी में विरोधी टीम की तुलना में 1.25 गुना से अधिक रन रेट हासिल करने पर भी बोनस प्वाइंट दिया जाएगा। हालांकि, एक मैच में एक टीम अधिकतम एक ही बोनस प्वाइंट अर्जित कर सकती है।एनजेडसी के अनुसार, यह फैसला अंतरराष्ट्रीय और घरेलू टूर्नामेंटों के आंतरिक विश्लेषण के बाद लिया गया है, जिसमें यह सामने आया कि वैश्विक स्तर पर स्कोरिंग रेट, बाउंड्री प्रतिशत और पहली पारी के औसत स्कोर में लगातार इजाफा हो रहा है। इससे यह स्पष्ट होता है कि टी20 क्रिकेट में प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन की परिभाषा बदल रही है।फ्रैन जोनास ने सुपर स्मैश से नाम वापस लियाइस बीच, ऑकलैंड और न्यूज़ीलैंड की बाएं हाथ की स्पिनर फ्रैन जोनास महिला सुपर स्मैश में हिस्सा नहीं लेंगी। वह अगले छह हफ्तों तक अपनी गेंदबाजी तकनीक में सुधार पर काम करेंगी और फरवरी में होने वाली हैलिबर्टन जॉनस्टोन शील्ड के दूसरे चरण में वापसी का लक्ष्य रखेंगी।एनजेडसी की महिला हाई परफॉर्मेंस प्रमुख लिज़ ग्रीन ने कहा, “इस समय मैच दबाव से दूर रहना फ्रैन के लिए सबसे सही फैसला है। वह व्हाइट फर्न्स की योजनाओं का अहम हिस्सा हैं और उन्हें एनजेडसी व ऑकलैंड क्रिकेट का पूरा समर्थन हासिल है। इस परिपक्व निर्णय के लिए वह सराहना की हकदार हैं।”पिछले सत्र के आंकड़ेपिछले सीजन में 32 मैचों में केवल छह बार पहली पारी में टीमों ने 150 रन का आंकड़ा पार किया था। सर्वाधिक टीम स्कोर 171 रहा। 140 से 149 के बीच कोई स्कोर नहीं बना, जबकि 131 से 140 के बीच आठ स्कोर दर्ज किए गए। वहीं, 17 पारियों में—जिनमें कुछ बारिश से प्रभावित मैच भी शामिल थे—पहली पारी का स्कोर 130 या उससे कम रहा।अंतरराष्ट्रीय तैयारी पर फोकसन्यूज़ीलैंड महिला टीम के मुख्य कोच बेन सॉयर ने कहा कि संशोधित अंक प्रणाली का मकसद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम की संभावनाओं को मजबूत करना है।उन्होंने कहा, “यह प्रतियोगिता में एक रोमांचक बदलाव है। यह आक्रामक बल्लेबाजी और विकेट लेने वाली गेंदबाजी योजनाओं को प्रोत्साहित करेगा, जो इस फॉर्मेट की सबसे जरूरी स्किल्स हैं।”सॉयर ने आगे कहा कि जून में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में उच्च स्कोर वाले मुकाबलों की उम्मीद है और सुपर स्मैश खिलाड़ियों के लिए तैयारी का बेहतरीन मंच होगा। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि सिर्फ अंक प्रणाली से ही बल्लेबाजी स्तर में सुधार नहीं होगा, बल्कि व्यक्तिगत कौशल, रणनीति और कोचिंग की भी अहम भूमिका रहेगी।टूर्नामेंट की शुरुआतमहिला सुपर स्मैश की शुरुआत बॉक्सिंग डे पर सेडन पार्क में होगी, जहां मेजबान नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट्स का मुकाबला ऑकलैंड से होगा। वहीं, डिफेंडिंग चैंपियन वेलिंगटन की टीम 27 नवंबर को सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी।
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