नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि बीते 11 वर्षों में भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़ा बदलाव आया है। देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 819 हो गई है। इसी तरह एमबीबीएस सीटें 51 हजार से बढ़कर 1.28 लाख और पीजी सीटें 31 हजार से बढ़कर लगभग 82 हजार हो गई हैं। एम्स की संख्या भी 7 से बढ़कर 23 हो गई है। सोमवार को वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल के 7वें दीक्षांत समारोह में अनुप्रिया पटेल ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि डॉक्टर सिर्फ पेशेवर नहीं बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदार सेवक होते हैं, इसलिए सेवा भाव कभी खत्म नहीं होना चाहिए।उन्होंने कहा कि आज देश में 1.82 लाख से ज्यादा आयुष्मान आरोग्य मंदिर काम कर रहे हैं, जो लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। साथ ही, आयुष्मान भारत–पीएमजेएवाई योजना के तहत देश के 62 करोड़ से अधिक लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। उन्होंने जन औषधि योजना और अमृत फार्मेसी का भी उल्लेख किया, जिनसे सस्ती दवाएं मिल रही हैं।उन्होंने मेडिकल छात्रों से अपील की कि वे अपने पेशे में ईमानदारी, करुणा और मानवता को हमेशा बनाए रखें और गरीब व जरूरतमंद लोगों की सेवा करें।इस समारोह में 217 पोस्टग्रेजुएट, 136 अंडरग्रेजुएट और 40 सुपर-स्पेशलिटी छात्रों को डिग्रियां दी गईं। इसके अलावा 43 छात्रों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पदक भी प्रदान किए गए।इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) महेश वर्मा, कुलपति, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय तथा डॉ. सुनीता शर्मा, महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (डीजीएचएस) भी उपस्थित रहे। इसके साथ वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) संदीप बंसल, प्रो. (डॉ.) गीतिका खन्ना, (प्रिंसिपल, वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल), प्रो. (डॉ.) चारु बंबा, चिकित्सा अधीक्षक, वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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