मुंबई (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। इस वीकेंड, इंडियाज गॉट टैलेंट एक दिल को छू लेने वाला क्षण लेकर आया, जब प्रतियोगी सुदेश शर्मा ने मंच पर अपने प्रदर्शन से समां बांध दिया, जिसने जजों और दर्शकों को पूरी तरह से हैरत में डाल दिया। उनकी आवाज ने शांति का माहौल बना दिया।
सुदेश की प्रतिभा ने शान को गहराई से प्रभावित किया। शान ने सुदेश के “ये चांद सा रोशन चेहरा” गाने की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उनका गाना किसी मंझे हुए प्लेबैक सिंगर के गायन से कम नहीं था। सुदेश की उम्र को देखते हुए, शान ने कहा कि जीवन का यह चरण अक्सर एक कलाकार की आवाज के लिए नाजुक होता है। सावधानीपूर्वक संरक्षण और पोषण के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि इतने वर्षों तक ऐसी टोनल प्योरिटी और इमोशनल डेप्थ को बनाए रखना कितना दुर्लभ है।
उनका गाना सुनने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, आपने साबित कर दिया है कि प्रतिभा की कोई उम्र सीमा नहीं होती। जजों ने सामूहिक रूप से न केवल उनके उल्लेखनीय गायन कौशल के लिए, बल्कि संगीत के प्रति उनके अटूट जुनून और प्रतिबद्धता के लिए भी प्रशंसा की। उन्होंने इस आम गलत धारणा को संबोधित किया कि रचनात्मकता उम्र के साथ कम होती जाती है। इस बात पर ज़ोर दिया कि सच्चे कलाकार हर गुजरते साल के साथ विकसित होते रहते हैं, और अपनी कला में और निखार लाते हैं।
सुदेश का प्रदर्शन इस विश्वास का एक शक्तिशाली प्रमाण था। यह इस बात की याद दिलाता है कि जब कला के प्रति प्रेम, अनुशासन और समर्पण की भावना होती है, तो जीवन की दूसरी पारी भी पहली पारी की तरह ही चमकदार हो सकती है। यह दिल छू लेने वाला क्षण आगामी एपिसोड को अवश्य देखने लायक बनाता है, जो जुझारूपन, टाइमलेस टेलेंट और संगीत की एंड्यूरिंग स्पिरिट का जश्न मनाता है।
Telescope Today | टेलीस्कोप टुडे Latest News & Information Portal